@शब्द दूत ब्यूरो (05 सितंबर 2024)
काशीपुर । शिक्षक दिवस पर सेवानिवृत्त शिक्षक गणेश चंद्र शर्मा से शब्द दूत ने आज गुरु और शिष्य के बीच बदल रहे संबंध और आदर्शों पर बातचीत की।
गणेश चंद्र शर्मा काशीपुर में एक समय शिक्षक होने के साथ साथ हाकी के भी खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं। आज उनके निवास पर पहुंच कर शब्द दूत ने उनका सम्मान करते हुए आज के दौर के शिक्षक और छात्रों के बीच बदल रहे संबंधों पर बेबाक बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने शिक्षण काल के छात्रों और वर्तमान दौर के छात्र शिक्षक की स्थिति पर बेबाकी से बात की। उन्होंने कहा कि छात्रों को प्यार के साथ दंड भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आज शिक्षक को अभिभावक भी छात्र के शत्रु की तरह मानते हैं। राजनीति भी इसका एक बड़ा कारण है। कोई भी शिक्षक छात्रों से शत्रुवत व्यवहार नहीं चाहता जबकि इस दौर में ऐसा समझ लिया जाता है। उन्होंने कहा कि “डंडा एप्लीकेशन इज द बेस्ट एप्लीकेशन” लेकिन केवल सजा से ही काम नहीं चलेगा।
वहीं उन्होने शिक्षकों में भय का माहौल पैदा होने पर भी चिंता जताई। एक शिक्षक अगर छात्र को सुधारने के लिए दंडित करता है तो उस शिक्षक पर अभिभावक दबाव डालते हैं। राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए शिक्षक को निलंबन या ट्रांसफर का डर दिखाते हैं। ऐसे में शिक्षक अपनी पूरी क्षमता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर पाते।