@शब्द दूत ब्यूरो (05 नवंबर 2023)
देहरादून। राज्य में मदरसों की सबसे ज्यादा संख्या हरिद्वार जिले में है। कुल 30 मदरसों में से 21 मदरसे हरिद्वार जिले में है। यही नहीं उत्तराखंड के इन तीस मदरसों में पढ़ने वाले कुल 7399 बच्चों में 749 बच्चे गैर मुस्लिम हैं।
उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद ने इस आशय की एक रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भी भेजा गया है। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक इन मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई की जा रही है। ऐसा इस रिपोर्ट में कहा गया है।बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के निदेशक राजेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भेजी रिपोर्ट में कहा, आयोग ने गैर मुस्लिम बच्चों को प्रवेश देने वाले सभी सरकारी वित्त पोषित एवं मान्यता प्राप्त मदरसों में जाने वाले बच्चों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट मांगी थी।
बता दें कि राज्य के सभी मदरसों की मैपिंग कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी गई थी। उत्तराखंड के सभी जिलों से जो सूचना मिली उससे यह खुलासा हुआ है कि राज्य के 30 मदरसों में गैर-मुस्लिम बच्चे पढ़ रहे हैं। परिषद ने मान्यता प्राप्त सभी मदरसों की मैपिंग की है। रिपोर्ट के मुताबिक, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और नैनीताल के कई मदरसों में 7,399 में से 749 बच्चे गैर मुस्लिम हैं।
इसमें खेड़ी शिकोहपुर हरिद्वार में सबसे अधिक 131, तिलकपुर हरिद्वार में 112 और रुड़की हरिद्वार में 79 गैर मुस्लिम बच्चे हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि सभी मदरसों में गैर मुस्लिम बच्चे अभिभावकों की इच्छा से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दरअसल ये सभी बच्चे गरीब परिवारों से बताये जाते हैं।
अब इस मामले में उत्तराखंड के प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एल फेनई को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने 9 नवंबर को शाम 4 बजे तलब किया है।