
आश्विन (क्वार) मास शुक्ल पक्ष 28 अक्टूबर दिन – शनिवार को मुख्य पर्व शरद पूर्णिमा पर इस वर्ष खण्डग्रास चन्द्रग्रहण लग रहा है जो कि भारतीय मानक समयानुसार रात्रि – 01:05 मि. पर स्पर्श,मध्य रात्रि – 01:44 मि. पर तथा मोक्ष रात्रि – 02:24 मि. पर होगा यह ग्रहण अश्विन नक्षत्र एवं मेष राशि पर लग रहा है।ग्रहण का स्पर्श,मध्य,मोक्ष तीनों भारत में दिखाई देगा जिसके कारण इस वर्ष शरद पूर्णिमा पर चन्द्रमा की किरणों से अमृत प्राप्ति करने हेतु बनने वाली खीर पर भी ग्रहण लग रहा है।
*जाने अमृत प्राप्ति हेतु कब बनेगी खीर*
ग्रहण काल के पहले लगता है सूतक
सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पूर्व एवं चन्द्र ग्रहण में 9 घंटे पूर्व लगता है ऐसी अवस्था में दिन – 04:05 मि. से ही सूतक प्रारंभ हो जायेगा।
सूतक काल में देवताओं की पूजा और मंदिरों का पट बंद हो जाता है तथा कुछ खाने पीने एवं खाद्य पदार्थों को बनाने पर मनाही होती है ऐसे स्थिति में ग्रहण समाप्ति रात्रि – 02:24 मि. के बाद चंद्रमा की किरणों से अमृत प्राप्ति हेतु खीर बनाकर चन्द्रमा की किरणों में रखना चाहिए।
*जानें 12 राशियों पर क्या पड़ेगा असर*
ग्रहण लगने पर 12 राशियों पर अवश्य कुछ न कुछ लाभ हानि का असर पड़ता है ऐसे में जानें कौन सी राशि पर क्या है असर- मेष-घात,वृष- हानि,मिथुन- लाभ,कर्क- शुभ, सिंह- माननाश,कन्या- मृत्युतुल्यकष्ट,तुला- स्त्रीपीड़ा,वृश्चिक – सौख्य,धनु- चिंता,मकर- व्यथा,कुम्भ- श्री, मीन- छति।