@शब्द दूत ब्यूरो (23 सितंबर 2023)
काशीपुर। भगवती प्रसाद भटनागर जिन्हें अहकर काशीपुरी भी कहा जाता है। आज 23 सितंबर को उनकी जन्म शताब्दी है। न केवल बेहतरीन शायरी के लिए वरन् एक इतिहासकार और पुरातत्ववेत्ता के रूप में भी उन्हें जाना जाता है। उनके बारे में अमेरिकी लाइब्रेरी भी पुस्तक मौजूद है। हालांकि काशीपुर की इस हस्ती के बारे में शहर की आज की पीढ़ी अनजान है।
जलना, बुझना ,चुप रहना ।लम्हों का समझौता हूं ।।हमराही क्या समझेंगे । दीवाने का फिकरा हूं ।।
भगवती प्रसाद भटनागर अहकर काशीपुरी लिखित उपरोक्त पंक्तियां उनके बेहतरीन शायर होने का परिचय देती हैं। उनकी जन्म शताब्दी पर आयोजित कार्यक्रम के बारे में श्री कायस्थ सभा के महासचिव अभिताभ सक्सैना एडवोकेट ने शब्द दूत को जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि साहित्य कला एवं पुरातत्व विज्ञान के क्षेत्र में अहक़र काशीपुरी के योगदान हेतु उनकी पुण्य स्मृति में 24 सितंबर 2023 दिन रविवार सायं 4 बजे से 6 बजे तक जन्मशताब्दी समारोह का आयोजन श्री कायस्थ सभा भवन काशीपुर में किया जा रहा है । इस कार्यक्रम में शहर के बुद्धिजीवी,कवि और शायरों को आमंत्रित किया गया है।