@शब्द दूत ब्यूरो (09 अगस्त, 2023)
उत्तराखंड की बागेश्वर सीट पर उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। जहां एक ओर भाजपा सहानुभूति कार्ड खेलने की कोशिश करेगी, वहीं कांग्रेस किसी मजबूत चेहरे को उतारकर मैदान मारने की फिराक में है। ये मजबूत चेहरा कौन होगा इसका खुलासा अभी होना बाकी है।
जहां एक ओर कांग्रेस अग्निपथ, अंकिता भंडारी हत्याकांड, महंगाई, बेरोजगारी, भर्ती घोटाले जैसे मुद्दों के साथ जनता के बीच जाएगी, वहीं भाजपा चंदन राम दास के परिवार से किसी को टिकट देकर सहानुभूति की फसल काटने की कोशिश करेगी।
साल 2022 के चुनाव में पार्टी ने बागेश्वर सीट पर रणजीत दास पर दांव खेला था। जो त्रिकोणीय मुकाबले में चंदनराम दास से 12 हजार से अधिक वोटों से हार गए। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस बार पार्टी पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा पर दांव खेल सकती है। वहीं, नवल किशोर का नाम भी चर्चा में है।
बागेश्वर विधानसभा सीट पर 17 अगस्त से नामांकन होंगे जबकि 21 अगस्त नामांकन की आखिरी तारीख है। पांच सितंबर को मतदान होगा जबकि आठ सितंबर को नतीजा आएगा।