@शब्द दूत ब्यूरो (14 अक्टूबर 2022)
काशीपुर ।व्यक्तिगत मामलों को नियंत्रित करने व समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर जनता के सुझावों को जानने आज प्रदेश सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति यहाँ विकास खंड कार्यालय के सभागार में पहुंची।
पूर्व निर्धारित समय ठीक 11 बजे समिति के सदस्यों ने बैठक की शुरुआत की। इस दौरान समिति के शत्रुघ्न सिंह ने सभागार में मौजूद बुद्धिजीवियों शिक्षाविदों के अलावा सामाजिक संगठनों के लोगों को समिति के उद्देश्य से अवगत कराया तथा इसके लिए उनसे अपने सुझाव व विचार रखने को कहा। विशेषतौर से महिलाओं व युवाओं को इसके बारे में बताते हुए विवाह, संरक्षण, तलाक, गोद लेना, सम्पत्ति का अधिकार, आदि पर सुझाव प्राप्त कर तैयार की जाने वाली रिपोर्ट में शामिल करना है।
सुझाव दे रहे अधिकांश लोगों का मत था कि यह सरकार की अच्छी पहल है। सभी को समान शिक्षा और जीवन जीने का अधिकार आवश्यक है। परिवार के सभी सदस्यों महिला व पुरूषों के अधिकार एक होने चाहिए।
समान नागरिक संहिता विशेषज्ञ समिति की ओर से मनु गौर, शत्रुघ्न सिंह, जयभारत सिंह, सुरेखा डंगवाल आदि ने सुझावों को सुना।
इस दौरान बैठक में विवाह , तलाक संपत्ति जैसे सामाजिक मुद्दों पर लोगों ने समिति के समक्ष अपनी अपनी बात रखी। यहाँ बड़ी संख्या में शिक्षाविदों, अधिवक्ताओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी।
प्रमुख रूप से सुझाव देने वालों में राधे हरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य चंदन राम, प्रोफेसर आशा राणा, वरिष्ठ अधिवक्ता वेदप्रकाश बाटला, शैलेंद्र मिश्रा एडवोकेट, डा एम ए राहुल, पत्रकार विकास अग्रवाल समेत दर्जनों लोगों ने अपने सुझाव समिति के सदस्यों को दिये।
बैठक में अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार भी मौजूद रहे। उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, तहसीलदार अक्षय भट्ट खंड विकास अधिकारी चिंताराम आर्य ने भी बैठक में शिरकत की। बैठक का संचालन गोविन्द बल्लभ पंत इंटर कॉलेज के प्राचार्य अजय शंकर कौशिक ने किया।