@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (19 अगस्त, 2021)
नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के रंग पर केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने विवादित टिप्पणी की है और बताया है कि इसी के कारण उनकी मां का व्यवहार उनके साथ अलग ही था।
रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व भारती यूनिवर्सिटी पहुंचे सुभाष सरकार ने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता की मां ने उनके साथ भेदभाव किया क्योंकि उनकी त्वचा का रंग गोरा नहीं था। परिवार के बाकी लोगों की तुलना में उनके रंग पर लाल रंग की आभा थी। मंत्री ने दावा किया कि टैगोर की मां और कुछ अन्य रिश्तेदार उन्हें अपनी गोद में नहीं उठाते थे, क्योंकि वह सांवले थे।
मंत्री की इस टिप्पणी का टैगोर के समर्थकों, प्रशंसकों और कई विपक्षी नेताओं ने विरोध किया है। इस यूनिवर्सिटी के छात्रों ने वाइस चांसलर विद्युत चक्रवर्ती का भी विरोध किया जो कि इस कार्यक्रम का हिस्सा थे। हालांकि बीजेपी अपने केंद्रीय मंत्री के साथ खड़ी है। बीजेपी ने कहा है कि उनके मंत्री की टिप्पणी को अलग संदर्भ में लिया गया।
गौरतलब है कि रवींद्रनाथ टैगोर लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता थे। जहां ये बयान दिया गया विश्व भारती यूनिवर्सिटी के संस्थापक भी वही थे। भारत का राष्ट्रगान भी उन्होंने ही लिखा है।