काशीपुर /हरिद्वार । देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर पिछले कुछ हफ्तों से जारी है। वहीं हरिद्वार में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार के चलते पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा कर दी है। अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी एवं सचिव महंत रविंद्रपुरी ने कहा कि कोरोना का प्रसार तेज हो गया है। साधु संत और श्रद्धालु इसकी चपेट में आने लगे हैं। निरंजनी अखाड़े के साधु संतों की छावनियां 17 अप्रैल को खाली कर दी जाएंगी। बाकी अखाड़ों को भी एहतियातन कदम उठाते हुए कोविड से बचाव के प्रति ध्यान देना चाहिए। कुम्भ मेला की समाप्ति की घोषणा पर भाजपा नेता पूर्व राज्यमंत्री मनीष वर्मा ने श्री निरंजनी अखाड़े का आभार जताया है। मनीष वर्मा पहले ही यह सुझाव सरकार को दे चुके थे कि कोरोना महामारी को देखते हुए कुंभ समाप्त की घोषणा की जाये।
उधर काशीपुर में तीन दिन पूर्व प्रथम नवरात्र के दिन प्रदेश के काबीना मंत्री बंशीधर भगत ने मां बाल सुंदरी देवी चैती मेला का शुभारंभ किया था। अभी मेले में दुकानें ठीक से लगी भी नहीं हैं। चैती मेले में श्रद्धालुओं की संख्या रात में ही होती है। लेकिन कल 16 अप्रैल से अनिश्चितकालीन नाइट कर्फ्यू लगने के बाद चैती मेले में दुकान लगा रहे दुकानदार अब असमंजस में हैं। बता दें कि पिछली बार चैती मेला स्थगित कर दिया गया था। जबकि इस बार प्रशासन की ओर बाकायदा मेले के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की गई और जोर शोर से चैती मेले का शुभारंभ भी किया गया। शासन प्रशासन द्वारा इस बार चैती मेला लगाने का फैसला कई लोगों को नुकसान पहुंचा गया है।