चंडीगढ़। उत्तराखंड के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की कुर्सी पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे है। हालांकि यहां खतरा विपक्षी दल कांग्रेस के अविश्स्वास प्रस्ताव के चलते है। बजट सत्र के दौरान विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में ये अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से पता चल जाएगा कि कौन सा विधायक सरकार के साथ खड़ा है और कौन किसानों के साथ। दुष्यत चौटाला की जेजेपी खट्टर सरकार से नाराज बताई जा रही है। बता दें कि जेजेपी का हरियाणा में खट्टर सरकार को समर्थन है। लेकिन इस अविश्वास प्रस्ताव से पहले दोनों के बीच खटास सामने आई है। ऐसे में खट्टर सरकार पर खतरा माना जा रहा है।
उधर भाजपा ने अपने सभी विधायकों को अविश्वास प्रस्ताव के समय उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया गया है। व्हिप में कहा गया है कि अविश्वास प्रस्ताव के समय सभी विधायकों को सदन में हर हाल में मौजूद रहना होगा। व्हिप जारी होने के बाद भाजपा के विधायक पार्टी के खिलाफ मतदान नहीं कर सकेंगे।