देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पं. दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत 3 लाख रूपये का ब्याज रहित बृहद ऋण वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। भाजपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री मनीष वर्मा ने इसे भाजपा की किसान हितैषी नीति का प्रमाण बताया है।
बता दें कि इस योजना में राज्य के 25 हज़ार से अधिक किसानों को इसका लाभ मिलेगा। कार्यक्रम प्रदेश के 95 विकासखण्डों एवं 5 अन्य स्थानों पर आयोजित किया गया। कृषि, कृषि यंत्र, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, मौन पालन , जड़ी बूटी पालन के क्षेत्र में ऋण दिया गया है। बहुदेशीय कृषि ऋण सहकारिता समितियों को कम्प्यूटराइजेशन के लिए हार्डवेयर भी दिया गया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में सरकार किसानों को ब्याज मुक्त ऋण बांट रही है। हमारी सरकार ने पहले साल में 2 प्रतिशत ब्याज ऋण दिया। उसके बाद ऋण को बढ़ाकर 3 लाख रु का किया ओर अब ब्याज मुक्त ऋण किसानों को दे रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में जिन किसानों को ऋण दिया था, उनमें से 60 प्रतिशत किसानों ने अपना ऋण वापस किया है। सीएम ने कहा कि किसानों को भरोसा दिलाता हूं कि प्रधानमंत्री ने उनके हितों का ध्यान रखा है। और रंगनाथन समिति की रिपोर्ट पर अगर किसी ने काम किया तो वो प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस कार्यक्रम पर भाजपा नेता पूर्व राज्यमंत्री मनीष वर्मा ने कहा है कि आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने किसानों की सुध ली है। ऐसे में उन लोगों को दर्द हो रहा है जो किसानों को बरगला कर झूठे वादे करते आ रहे थे।
यहाँ जारी एक बयान में मनीष वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कि देश का किसान खुशहाल हो। किसान को उसकी उपज का भरपूर दाम मिले ताकि देश के किसान की आय दुगुनी करने का संकल्प पूरा हो। भाजपा नेता मनीष वर्मा ने कांग्रेस और अन्य दलों पर तंज कसते हुये मोदी सरकार के कृषि कानूनों की वजह इन विपक्षी दलों की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लगातार किसानों को भड़काने में लगे हुए हैं। लेकिन मोदी सरकार ने किसान हितों की रक्षा के लिए बनाये गये इन कानूनों को वापस न लेने से इंकार कर दिखा दिया कि वह किसान हितों के लिए प्रतिबद्ध है।