नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लाइव वेबिनार के जरिए शिक्षकों के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों द्वारा पूछे गए 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बारे में कई अहम सवालों के जवाब दिए। एक शिक्षक द्वारा बोर्ड परीक्षा के स्थगन के बारे में पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री ने कहा, “सरकार छात्रों के हित में है। हम कोविड-19 को छात्रों को प्रभावित करने नहीं दे सकते हैं।”
शिक्षामंत्री ने कहा कि परीक्षा स्थगित करने से छात्रों को कोविड-19 के छात्रों के रूप में लेबल किया जा सकता है, कि उन्हें बिना परीक्षा पास किए आगे की कक्षाओं में मंजूरी मिली है। शिक्षामंत्री ने कहा कि हमने इस वर्ष जेईई, नीट परीक्षा का आयोजन किया है। कोविड-19 महामारी के बीच आयोजित यह सबसे बड़ी परीक्षा में से एक थी।
शिक्षामंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों पर कहा, “बोर्ड की परीक्षा जनवरी में नहीं हो पाएंगी। लेकिन फरवरी के बाद परीक्षा कब कर पाएंगे इस बारे में हम विचार करेंगे। यानी जनवरी-फरवरी में बोर्ड की परीक्षा स्थगित रहेंगी और उसके बाद ही करने पर विचार करेंगे।”
बोर्ड परीक्षा के मोड पर बात करते हुए मंत्री ने कहा कि सीबीएसई के 24 हजार से अधिक स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, इसलिए ऑनलाइन परीक्षा फिलहाल संभव नहीं हैं। वहीं, सीबीएसई के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले कहा था कि बोर्ड परीक्षाएं निश्चित रूप से आयोजित की जाएंगी। परीक्षाएं लिखित रूप में होंगी और ऑनलाइन आयोजित नहीं की जाएंगी। साथ ही हितधारकों के साथ परामर्श के बाद कक्षा 12वीं और कक्षा 10वीं की परीक्षाओं के लिए शेड्यूल जारी किया जाएगा।