@शब्द दूत ब्यूरो
मुंबई। टीआरपी रेटिंग स्कैम मामले में रिपब्लिक टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विकास खानचंदानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। खानचंदानी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में 6 अक्टूबर को प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी और हंसा रिसर्च के अधिकारी नितिन देवकर की शिकायत के बाद जांच शुरू की थी। मुंबई पुलिस ने कथित टीआरपी घोटाले में नवबंर में यहां की एक अदालत में आरोप-पत्र भी दाखिल किया था।
बता दें कि इस मामले में पुलिस की अपराध आसूचना इकाई (सीआईयू) कथित टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (टीआरपी) घोटाले की जांच कर रही है। अपराध शाखा इससे पहले इस मामले में रिपब्लिक टीवी के वितरण प्रमुख समेत 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
फर्जी टीआरपी घोटाला पिछले महीने तब सामने आया था जब रेटिंग एजेंसी ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (बार्क) ने ‘हंसा रिसर्च ग्रुप’ के जरिए एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ टेलीविजन चैनल टीआरपी के आंकड़ों में हेरफेर कर रहे हैं। ‘व्यूअरशिप डेटा’ कि कितने दर्शक कौन सा चैनल देख रहे हैं और कितने समय तक देख रहे हैं, दर्ज करने के लिए मापक यंत्र लगाने की जिम्मेदारी हंसा को दी गई थी।
इससे पहले, पुलिस सूत्रों के अनुसार, रेटिंग हेरफेर मामले में कुछ दर्शकों ने स्वीकार किया था कि उन्हें रिपब्लिक टीवी ऑन रखने के लिए भुगतान किया गया था फिर भले ही वे इसे नहीं देख रहे हों. दूसरी ओर, रिपब्लिक टीवी ने खुद पर लगे इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था. दो स्थानीय चैनलों फकत मराठी और बॉक्स सिनेमा का टीआरपी स्कैम की शुरुआती जांच में नाम सामने आया था।