@शब्द दूत ब्यूरो
काशीपुर । नगर के बाजारों में ई रिक्शा की भरमार के चलते अतिक्रमण का रोना रोया जाता है। साथ ही दिन प्रति दिन ई रिक्शा की संख्या भी बढ़ रही है। रजिस्ट्रेशन न होने तथा ई रिक्शा चालको का निगम के पास कोई रिकार्ड न होने से समस्या और गंभीर होती जा रही है।
ई रिक्शा को लेकर एक चिंता जनक तथ्य यह है कि बाहर से आये कुछ असामाजिक तत्व भी ई रिक्शा चालक बन कर शहर में घूम रहे हैं। ये कभी भी कोई वारदात कर सकते हैं। दरअसल ई रिक्शा के संगठन के नाम पर कतिपय छुटभैय्ये लोग इनके नेता बन गये हैं और प्रशासनिक अधिकारियों के इर्द-गिर्द नजर आते हैं। अगर यह कहा जाये कि शहर के बाजारों में जिस प्रशासन का दायित्व अतिक्रमण हटाने का है वही अतिक्रमण की असली जड़ के नजदीक नजर आ रहे हैं। यदि शहर में ई रिक्शा के नाम पर बने तथाकथित फर्जी नेताओं की जांच की जाये एक बड़ा गोरखधंधा सामने आयेगा।