@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के लिए अच्छी ख़बर नहीं है। जिन सीटों पर लोजपा ने भाजपा के बागी नेताओं को जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ उतारे हैं, वहां भाजपा के नेता एक से अधिक चुनावी सभा करेंगे। भाजपा का प्रचार अभियान देख रहे नेताओं का कहना है कि एनडीए वोटर ख़ासकर भाजपा के परंपरागत मतदाताओं में कोई कन्फ़्यूज़न ना रहे, इसलिए उन विधान सभा क्षेत्रों में भाजपा के नेता एक से अधिक सभा करेंगे। भाजपा का मानना है कि जो पार्टी के बाग़ी उम्मीदवार हैं, दरअसल में उनके ही वोट बैंक पर अपनी चुनावी नैय्या पार कराना चाहते हैं।
पार्टी की रणनीति यह भी है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जितने दिन भी चुनाव प्रचार करने आएं, उनकी सभा में मुख्य मंत्री नीतीश कुमार भी साथ रहें। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में इस बार एक दर्जन चुनावी रैलियों को सम्बोधित कर सकते हैं। हालांकि उनका आधिकारिक कार्यक्रम फ़िलहाल फाइनल नहीं है।
इससे भाजपा ने पहले चरण में चुनाव मैदान में खड़े सभी बागी उम्मीदवारों को छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था। इनमें पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया, उषा विद्यार्थी और आरएसएस से ज़ुडे राजेंद्र सिंह प्रमुख हैं। भाजपा की इस कार्रवाई के बाद इसके बाद जनता दल यूनाइटेड ने भी विधायक ददन पहलवान, पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह समेत पंद्रह लोगों को पार्टी से निकाल दिया है। ये सभी, चाहे भाजपा के बाग़ी हों या जनता दल यूनाइटेड के, सभी टिकट ना मिलने से नाराज़ हैं लेकिन जनता दल यूनाइटेड और भाजपा इस बार अपने आधिकारिक उम्मीदवार की जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।