देहरादून । भाजपा से निष्कासित लक्सर के विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन की आज विधिवत भाजपा में वापसी हो गई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने फूल मालाओं के साथ उनकी पार्टी में वापसी की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि एक साल से चैंपियन ने कोई विवादित बयान नहीं दिया। वे मर्यादा में रहे। उन्होंने लिखित में माफी मांगी है। चैंपियन ने कहा कि मैं माफी मांगता हूं। देवभूमि मुझे माफ़ करेगी।
बता दें कि आज भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी बैठक में पार्टी से निष्कासित लंढौरा हरिद्वार से विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन को पार्टी में वापस लेने की कवायद चल रही थी। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और नैनीताल सांसद अजय भट्ट का उत्साह से भरा हुआ और चैंपियन की प्रशंसा करता हुआ बयान आज मीडिया में चर्चाओं में है।
उधर इस सब घटनाक्रम पर पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी नाराज बताए जा रहे हैं। तब भी चैंपियन द्वारा उत्तराखंड की अस्मिता को गाली देने वाले बयान पर राज्य भाजपा की हीला हवाली से नाराज अनिल बलूनी ने उत्तराखंड के सांसदों के साथ हाईकमान के सामने संपूर्ण विषय रखकर चैंपियन मसले पर पार्टी को अवगत कराया था। हाईकमान ने संपूर्ण विषय की जांच कर चैंपियन को बाहर का रास्ता दिखाया था। आज की कोर कमेटी की बैठक से संकेत मिले हैं कि राज्य की कोर कमेटी केंद्रीय नेतृत्व की मंशा को किनारे कर चैंपियन की भाजपा में वापसी से सांसद बलूनी नाराज बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि वे शीघ्र इस विषय को पुनः उचित फोरम पर रखेंगे। चैंपियन के विवादित वीडियो के वायरल होने के समय भी सांसद बलूनी ने कहा था कि राज्य की अस्मिता के साथ न खिलवाड़ किया जा सकता है न ही समझौता।
अपनी अमर्यादित हरकतों से समय-समय पर भाजपा को शर्मसार करने वाले लंढौरा के विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन लंबे समय से भाजपा से निष्कासित चल रहे थे। कारण है कि दिल्ली उत्तराखंड सदन में शराब का गिलास नचाते हुए, दांतो से रिवाल्वर पकड़े हुए उनका एक डांस वायरल हुआ था , जिसमें वह उत्तराखंड के लिए बहुत अपमानजनक और अश्लील शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। उस वीडियो के वायरल होते ही उत्तराखंड के सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया की बाढ़ आ गई ।
इस बड़ी घटना पर उत्तराखंड की सरकार ने अपने विधायक से उनकी इस शर्मनाक हरकत के बारे में पूछा और ना भाजपा संगठन ने चैंपियन को एक नोटिस देना उचित समझा। विवाद जब बहुत बढा तो भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रमुख और सांसद अनिल बलूनी उत्तराखंड के नेतृत्व में उत्तराखंड के भाजपा सांसदों अजय भट्ट, अजय टम्टा और तीरथ सिंह रावत ने हाईकमान से पूरे प्रकरण पर चर्चा की और हाईकमान के निर्देश पर चैंपियन को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।अब उत्तराखंड सरकार और प्रदेश भाजपा संगठन हाईकमान की नाराजगी को दरकिनार करते हुए उत्तराखंड को गाली देने वाले विधायक चैंपियन को पुनः पार्टी में शामिल कर लिया है। जिसके लिए पूरी जमीन तैयार की जा चुकी है पार्टी की राज्य इकाई उन्हें नोटिस देकर प्रकरण पर सफाई मांगेगी और विधायक से मिलने वाले उत्तर से संतुष्ट होकर उनका पार्टी में आने का मार्ग प्रशस्त करेगी। अभी तक हुए इस होमवर्क से पार्टी के भीतर भी बड़ा द्वंद चल रहा है ।
पार्टी के कुछ लोगों का मानना है कि पूर्व कांग्रेसी चैंपियन की हरकतें पार्टी को शर्मसार करती रहती रही हैं । पहले भी चैंपियन अनेक मामलों में चर्चित हो चुके हैं। माना जा रहा है कि संगठन और सरकार के दो-तीन प्रभावशाली लोग हाईकमान की नाराजगी की अनदेखी करते हुए चैंपियन को पार्टी में वापस लाने का मन बना चुके थे। पार्टी के इस फैसले से केवल भाजपा के भीतर ही विवाद नहीं होगा बल्कि विपक्षी कांग्रेस और क्षेत्रीय संगठन, आंदोलनकारी संगठन और सिविल सोसाइटी भी भाजपा को घेरने में पीछे नहीं हटेगी।