@शब्द दूत ब्यूरो (05 फरवरी 2025)
नई दिल्ली। यहाँ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दिल्ली पुलिस के कॉन्सटेबल पंकज ने कहा, ‘मैं दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल हूं और यह चुनाव एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ रहा हूं। मेरा चुनाव चिन्ह जूता है, जो सभी भ्रष्ट लोगों के लिए बहुत मजबूत चीज है।’
पंकज ने कहा, ‘यह दिन लोकतंत्र के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। अगर मैं जीतूंगा, तो मैं विधानसभा जाऊंगा, अगर मैं हारूंगा, तो मैं अपनी ड्यूटी पर लौटूंगा। मैं पिछले 40 वर्षों से दिल्ली में रह रहा हूं और पिछले 22 सालों से दिल्ली पुलिस में सेवा कर रहा हूं। मैं उन सभी समस्याओं और चुनौतियों के बारे में जानता हूं जिनका दिल्ली की जनता सामना कर रही है। मैं जनता के लिए काम करूंगा और उनके मुद्दों का समाधान करूंगा।’
कॉन्सटेबल पंकज ने कहा कि ये चुनाव इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा कि एक पुलिसकर्मी चुनाव लड़ रहा है। मैं दिल्ली का नागरिक हूं। मैं जानता हूं कि दिल्ली के लोगों का क्या दर्द है। मैं दिल्ली में अपराध की समस्या का समाधान करने की कोशिश करूंगा। सरकारी नौकरी करते हुए चुनाव लड़ने पर भी कॉन्सटेबल ने बयान दिया और राजस्थान हाईकोर्ट के एक फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि अगर मैं जीत गया तो विधानसभा जाऊंगा और हार गया तो ड्यूटी पर लौट जाऊंगा।