शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि यदि महाराष्ट्र में कोई और सरकार गठित नहीं कर पाता है तो उनकी पार्टी अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेगी। राउत ने कहा कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है। हर पार्टी के कुछ मुद्दों पर मतभेद होते हैं। बकौल राउत उनकी पार्टी राज्य में सरकार गठित करने के लिए भाजपा को आमंत्रित करने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्णय का स्वागत करती है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हम उम्मीद करते हैं कि राज्यपाल के हस्तक्षेप से राज्य को सरकार मिल जाएगी।’’ बता दें कि महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर शिवसेना और भाजपा में सियासी तकरार जारी है। साथ ही इशारों में उन्होंने तंज कसा कि यह स्वीकार करने का समय कि हिटलर मर चुका है।
संजय राउत ने फडणवीस पर निशाना साधा और उन पर जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर का संदर्भ देते हुए डर की राजनीति करने का आरोप लगाया। फडणवीस का नाम लिए बगैर, भगवा सहयोगियों के बीच चल रहे युद्ध के बीच भाजपा नेता पर एक ताजा हमले में राउत ने कहा कि जब राजनीतिक समर्थन की धमकी देने और मांगने के तरीके काम नहीं करते हैं, तो यह स्वीकार करने का समय है कि हिटलर मर चुका है और गुलामी के बादल गायब हो गए हैं।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि सबसे बड़े एकल दल को बुलाया जाना था। हमें समझ नहीं आता कि यदि भाजपा को बहुमत का भरोसा था तो उसने 24 घंटे बाद ही दावा क्यों नहीं किया। शिवसेना की आगे की योजना के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘‘राज्यपाल के पहले कदम पर तस्वीर साफ हो जाने दीजिए। यदि कोई और सरकार गठित नहीं कर पाता है तो शिवसेना अपनी रणनीति घोषित करेगी।’’
ठाकरे के निवास के बाहर शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग करते हुए लगाए पोस्टरों के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे शिवसेना के नेता हैं और वह सही समय पर उचित फैसला करेंगे। उन्होंने पहले ही कह दिया है कि वह शिवसेना के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाएंगे।’’ इससे पहले उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में राज्य में सरकार गठन पर गतिरोध की पृष्ठभूमि में जर्मन तानाशाह हिटलर का जिक्र किया और महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर निशाना साधते हुए उन पर डर की राजनीति खेलने का आरोप किया।