@शब्द दूत ब्यूरो (26 अगस्त 2024)
सिद्धार्थनगर। आमतौर पर जब प्रशासन किसी अतिक्रमण को ढहाने पहुंचता है और जनता की ओर से विरोध किया जाता है तो उसे सरकारी काम में बाधा डालना कहा जाता है। लेकिन जब प्रशासन ही प्रशासन की इमारत को बुलडोजर लेकर ढहाने पहुच जाये तो क्या हो सकता है?
आपको बता दें कि यूपी में बाबा का बुलडोजर अतिक्रमणकारी और अपराधी तत्वों के लिए खौफ बन गया है। लेकिन आज एक रोचक घटना देखने को मिली। यहाँ बाबा का बुलडोजर लेकर एसडीएम और निगम अधिकारी अतिक्रमण की जद में आई कोतवाली के एक हिस्से को ही गिराने पहुंच गए और उसके बाद एसडीएम और सीओ आपस में भिड़ गए।
सिद्धार्थनगर खजुरिया रोड स्थित कोतवाली का एक हिस्सा प्रशासन की ओर से अतिक्रमण में चिन्हित किया गया। अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एसडीएम सदर ललित कुमार मिश्रा और सीओ सदर अरुण कांत सिंह और कोतवाली प्रभारी संतोष कुमार त्रिपाठी के बीच काफी नोंकझोंक हुई है। इस दौरान अपर जिलाधिकारी उमाशंकर और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी भी मौजद थे।।
इस नोकझोंक के दौरान काफी देर तक जेसीबी खड़ी रही औऱ बाद में कोतवाली के एक हिस्से पर बदलाव आ गया।जानकारी के मुताबिक सिद्धार्थनगर पालिका में जिलाधिकारी के निर्देश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है, जिसके चलते ही शहर के खजुरिया रोड पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा कर 53 पक्के अतिक्रमण हटा दिए, जिसे पहले ही चिन्हित कर लिया गया था।