केलाखेड़ा। केलाखेड़ा में श्री आदर्श रामलीला कमेटी हिंदू पूर्व उत्थान समिति शिव मंदिर कमेटी बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद एवं हिंदू समाज के सैकड़ों लोगों आज नगर पंचायत कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए।
समस्त हिंदू समाज की मांग है कि आज भूमि ना होने के कारण वर्षों से चली आ रही रामलीला मंचन की धार्मिक परंपरा बंद होने की कगार पर है। प्रशासन से बार-बार निवेदन करने के बावजूद भी रामलीला मंचन के लिए जगह की व्यवस्था ना करने से सभी लोगों में रोष व्याप्त है जबकि 5 अक्टूबर से रामलीला मंचन प्रारंभ होना तय है,
ज्ञात हो कि प्राचीन समय से रामलीला का मंचन पूरे देश में हर्षोल्लास से किया जाता है। केलाखेड़ा में भी 50 वर्षों से उक्त आयोजन किया जा रहा है परंतु रामलीला कमेटी के पास मंचन हेतु अपनी निजी भूमि न होने के कारण हर वर्ष रामलीला मंचन का आयोजन नगर के खाली पड़े निजी स्थानों पर होता आया है। परंतु वर्तमान में नगर के सभी स्थानों पर निर्माण या निजी प्रयोग में आने से रामलीला मंचन हेतु जगह का अभाव हो गया।
इस समस्या के समाधान हेतु रामलीला कमेटी ने अधिकतर नगर वासियों की राय से केलाखेड़ा के शुक्रवार बाजार में सरकारी भूमि पर 12 दिवसीय रामलीला मंचन करने हेतु प्रशासन से मांग की। परंतु कई दिनों बाद भी हिंदू समाज की उक्त समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
रामलीला मंचन की परंपरा जारी रहे। इसके लिए समस्त समाज के लोगों के साथ आदर्श रामलीला कमेटी अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने आज गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर से आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया उनके साथ ही शिव मंदिर कमेटी बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद तथा अन्य लोगों ने भी धरना प्रारंभ कर दिया।
विशेष गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने हेतु तथा प्राचीन परंपराओं का निर्वहन हेतु रामलीला मंचन हेतु भूमि का स्थाई व्यवस्था कर देनी चाहिए। मांग पूरी होने तक यह आमरण अनशन जारी रहेगा।
धरने के समर्थन में ज्ञान चंद गुप्ता वरिष्ठ भाजपा नेता, राजीव शर्मा अध्यक्ष शिव मंदिर कमेटी, संजीव शर्मा अध्यक्ष व्यापार मंडल, डीएल शर्मा , विद्याराम जोशी हिंदू जागरण मंच ,जगदीश ग्राम प्रधान बरवाला, जितेंद्र चानना सभासद नगर पंचायत केलाखेड़ा , सतीश सुधा , सज्जाद हुसैन ,कपिल अहमद, सरफराज अली, रहीस अली ,टिंकू गुप्ता, लवी गुप्ता, सर्वेश चंद्र, मनोज चंद्रा, आनंद चंद्रा, राजू चंद्रा ,सोनू चंद्रा, सोनू गुप्ता, मोहित सक्सेना ,प्रिंस गगनेजा ,अनिल विश्वास ,अजय गुप्ता ,राजपाल सैनी, बिट्टू गुप्ता ,नीरज गुप्ता, नईम मियां आदि लोग थे।
केलाखेड़ा पहुंचे तहसीलदार अनशनकारियों से वार्ता किये बगैर चले गए।
हिन्दू संगठन ने रामलीला की भूमि उपलब्ध कराने हेतु आमरण अनशन शुरू कर दिया था। जिस बावत प्रशासन में हलचल मच गयीं थी इसी को लेकर बाजपुर से तहसीलदार जोगा सिंह केलाखेड़ा धरना स्थल पर अनशन कर्मियों की समस्या सुनने के लिए थाने पहुचे थे। फिर ना जाने क्यों बिना वार्ता किये ही थाने से वापस चले गये। ये सवाल सबके मन मे एक प्रश्न चिन्ह बन गया है।