@शब्द दूत ब्यूरो (05 मार्च, 2024)
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। लोकसभा की तीन सीटों पर उमीदवार रिपीट करने के बाद गढ़वाल और हरिद्वार सीट को लेकर भाजपा में ऊहापोह की स्थिति फ़िलहाल बनी हुई है। इधर, कांग्रेस के दिग्गजों ने लोकसभा चुनाव लड़ने की अनिच्छा जाहिर कर एक तरह से राज्य में भाजपा को वाकओवर ही दे दिया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का अल्मोड़ा लोकसभा को लेकर दिया गया हालिया बयान उनकी और कांग्रेस की मनःस्थिति को दर्शाता है।
कभी अपने लिए तो कभी अपने बेटे आनंद रावत की अल्मोड़ा लोकसभा से टिकट की पैरवी करने वाले रावत अब नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को चुनाव लड़वाने की बात कह रहे हैं। हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी ताज़ा पोस्ट में कहा, मेरी इच्छा है कि यशपाल आर्य अल्मोड़ा से चुनाव लड़ें। उनके न लड़ने की स्थिति में प्रदीप टम्टा एक स्वाभाविक दावेदार हैं। दोनों की जीत के लिए काम करना मेरा धर्म है। रावत ने कहा कि 2019 में चुनाव प्रबंधन के अभाव में पार्टी का वोट बैंक घटा है।
हरीश रावत ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, चुनाव में इस बार की चुनौती और कठिन है। इसे लेकर मैंने चुनाव प्रबंधन को लेकर चिंता व्यक्त की थी। उस पर मैं अब भी कायम हूं। मुझे उसकी याद दिलाने की किसी को भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कांग्रेस पार्टी पांचों लोकसभा संसदीय सीटों पर अच्छा चुनाव लड़ें और जीते।