@शब्द दूत ब्यूरो (14 जुलाई 2023)
काशीपुर। आस्था के बीच चमत्कार के दावे किये जाते रहते हैं। बीती रात शहर के एक शिव मंदिर में कुछ ऐसा ही हुआ। जब नंदी महाराज दूध पीने लगे। जानकारी मिलते ही लोगों का वहां जमावड़ा लग गया।
दरअसल नगर निगम के पीछे वार्ड नं 19 में महाकालेश्वर मंदिर है। बीती रात यहां भक्तों को एक चमत्कार देखने को मिला। दावा किया जा रहा था कि नंदी महाराज भक्तों के हाथ से दूध पी रहे थे। लोग चम्मच से नंदी को दूध पिलाते देखे गए। एक ओर जहां लोग आस्था के चलते इसे ईश्वरीय चमत्कार की संज्ञा दे रहे हैं। वही दूसरी ओर कुछ लोग इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देख रहे हैं कि संगमरमर पत्थर की वजह से ऐसा हो रहा है।
बहरहाल जो भी हो लोगों की आस्था इससे ईश्वर के प्रति गहरी होती है। अगर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इसका कारण यह है गर्मी में पानी का पृष्ठतनाव कम हो जाता है। भगवान भोले या नंदी की प्रतिमाएं पत्थर की होती हैं। पत्थर में बारीक नलिकाएं होती हैं, जिन्हें खुली आंखों से देख पाना संभव नहीं है। पानी में पृष्ठ तनाव के कारण पानी पत्थर की नलिकाओं में चला जाता है। इसे खुली आंखों से देख पाना संभव नहीं होता है। ऐसे में आम लोगों को मूर्ति या प्रतिमा के पास पानी या दूध रखने पर लगता है कि प्रतिमा पानी या दूध पी रही है। जबकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह सच नहीं है।