दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वे दूसरे राज्यों को एक ऑफर देना चाहते हैं कि यदि वह अपने राज्य में बेहतर शिक्षा व्यवस्था लाना चाहते हैं तो शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को लोन पर देने के लिए तैयार हैं।
@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (22 फरवरी, 2022)
दिल्ली सरकार ने राजधानी में 400 से अधिक स्कूलों को 12,430 नई कक्षाओं की सौगात दी है। इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तनों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने राजधानी दिल्ली में 11,000 क्लासरूम बनाने का लक्ष्य शुरू किया था। उस लक्ष्य को पूरा करते हुए दिल्ली के छात्रों के लिए 12,430 नई क्लासरूम बना दिए गए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली सरकार लगातार कई उपलब्धियां हासिल कर रही है एक क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 12,430 नए क्लासरूम का मतलब है कि 250 नए स्कूल बनकर तैयार हुए हैं। इनमें सभी सुविधाओं से लैस लैब, मल्टीपरपज हॉल और कई डिजिटल क्लासरूम हैं जहां छात्रों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं जिससे वे अच्छे से शिक्षा ले सकें। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आज ऐसी सुविधाएं मौजूद हैं जो कि कई बड़े प्राइवेट स्कूलों में भी देखने को नहीं मिलती हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ऐसी व्यवस्था है कि एक ही स्कूल में मजदूर और अफसर का बच्चा एकसाथ बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहा है, जिसके लिए वे दिल्ली वासियों को बधाई देते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि वे दूसरे राज्यों को एक ऑफर देना चाहते हैं कि यदि वह अपने राज्य में बेहतर शिक्षा व्यवस्था लाना चाहते हैं तो दिल्ली सरकार उन्हें दिल्ली के शिक्षा मंत्री और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लोन पर देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिक में भी काफी अच्छी व्यवस्था हो गई है। ऐसे में यदि दूसरे राज्य चाहे तो वह भी अपने यहां दिल्ली जैसी स्वास्थ्य व्यवस्था करवा सकते हैं जिसके लिए हम दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी लोन पर देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मकसद देश को आगे लेकर जाना है। हम दूसरे राज्यों की भी मदद करना चाहते हैं। हम उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं। जिससे कि हम सभी एक साथ आगे बढ़ें और पूरा देश विकास करे। हमारा काम केवल वोट लेना नहीं है। हम जनता को अच्छी सुविधाएं देने के लिए भी लगातार काम कर रहे हैं।