संतराम लखन दास की अगुवाई में गोपाल गौ सेवा संस्थान के गौ सेवकों ने दिया धरना
@ शिवकुमार शर्मा
बूंदी। बेसहारा गोवंश को आश्रय दिलाने को लेकर प्रयासरत गोपाल गौ सेवा संस्थान ने संत रामलखन दास व अन्य संतों की अगुवाई में कायन हाउस तथा नगर परिषद बूंदी गोशाला भूमि से अवैध कब्जा हटाकर कायन हाउस तथा गौशाला निर्माण को लेकर बूंदी कलेक्ट्रेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरने का आगाज कर दिया है।
बता दें कि गोपाल गौ सेवा संस्थान बेसहारा व असहाय गोवंश की सेवा तथा आश्रय दिलाने को लेकर काफी वर्षों से प्रयासरत है। संस्थान द्वारा वन विभाग कार्यालय के सामने विस्तृत कायन हाउस तथा सिलोर रोड पर स्थित नगर परिषद गौशाला भूमि से अवैध कब्जा हटाने व गौशाला निर्माण को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट ने जिला प्रशासन के नाम आदेश किया हुआ है। परंतु जिला प्रशासन राजनीतिक दबाव के कारण उक्त आदेशों की पालना नहीं करवा पा रहा है। ऐसे में विवश होकर गोपाल गौ सेवा संस्थान बूंदी के गौ भक्तों को आमजन को प्रशासन के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
संस्थान के अध्यक्ष प्रहलाद मीणा ने बताया कि शहर में काफी समय से कायन हाउस की मांग रही है। जिसको लेकर वन विभाग कार्यालय के सामने नगर परिषद बूंदी की बूंदी को पूर्व जिला कलेक्टर द्वारा आवंटित किया गया है। तथा विधायक अशोक डोगरा द्वारा विधायक कोष से ₹500000 भी निर्माण बाबत दिए गए हैं। जिसकी निर्माण स्वीकृति हो चुकी है एवं सभापति के पति भगवान नुवाल द्वारा सिलोर रोड पर स्थित नगर परिषद बूंदी की भूमि पर अवैध कब्जा किया हुआ है। जिसको हटाने को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश दिया हुआ है की पालना जिला प्रशासन राजनीतिक दबाव के कारण अभी तक नहीं करा पा रहा है ऐसा लगता है राजनीतिक आकाओं के आगे जिला प्रशासन बौना साबित हो रहा है।
संस्थान के सचिव गोपाल माहेश्वरी ने बताया कि जिला प्रशासन के सामने कई बार उक्त भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर हाथ जोड़ चुके मिल चुके , जिला प्रशासन की उदासीनता के चलते आक्रोशित भक्तों ने धरने के माध्यम से अपने मांगों को रखा है जब तक उक्त भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाकर कायन हाउस, व गौशाला का निर्माण नहीं होता तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.
धरने को नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी, जिला महामंत्री सुरेश अग्रवाल, वार्ड पार्षद त्रिलोक कुमावत, कमलेश रेगर ,मनीष सिसोदिया ,गोलू नायक ,मोहन कराड आदि ने समर्थन दिया है.