हरिद्वार में आज से कुंभ मेले का शुभारंभ हो गया है। कोरोना वायरस के चलते इस बार कुंभ मेले की अविधि घटा दी गई है। इस साल कुंभ मेला एक से तीस अप्रैल तक ही चलेगा। कोरोना महामारी के चलते कुंभ मेले में प्रवेश को लेकर भी काफी सावधानियां बरती जा रही हैं। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने हरिद्वार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 की रिपोर्ट, जिसमें उनके संक्रमित ना होने की पुष्टि हो या टीकाकरण रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है।
प्रदेश के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने इस संबंध में कहा था कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि हरिद्वार कुंभ में आने के लिए 72 घंटे पहले की कोविड-19 की आरटीपीसीआर की नकारात्मक जांच रिपोर्ट या टीकाकरण रिपोर्ट लाना जरूरी होगा।
अधिसूचना के अनुसार, एक अप्रैल से तीस अप्रैल के बीच 12 अप्रैल, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल को तीन दिन प्रमुख शाही स्नान होंगे। इनके अलावा 13 अप्रैल को चैत्र प्रतिपदा और 21 अप्रैल को होने वाले राम नवमी के पर्व पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। कुंभ स्नान के लिए इस बार पहले पंजीकरण कराना जरूरी होगा।
कुंभ के शुभारंभ पर आज मेलाधिकारी दीपक रावत एवं पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने हरकी पैड़ी पर कुम्भ के सफल आयोजन के लिये मां गंगा, नौ ग्रहों एवं अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। उन्होंने मां गंगा से कुंभ मेला के शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न होने की कामना की। दोनों अधिकारियों ने मंशादेवी व चण्डीदेवी में भी पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर गंगा महासभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुंभ जन्मेजय खण्डूड़ी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।