@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
महाराष्ट्र के कई शहरों में जनता की आवाजाही पर अंकुश लगने के साथ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने आगाह किया है कि कोरोना वास्तव में खतरनाक स्थिति में पहुंच रहा है। टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, जिलाधिकारियों और पुलिस आय़ुक्तों से चर्चा के बाद कड़े कदमों की घोषणा की जा सकती है।
उन्होंने लॉकडाउन के शब्द का भी इस्तेमाल इस सतर्कता के साथ किया कि जरूरत पड़ने पर कुछ जिलों में यह कदम उठाया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारियों को लॉकडाउन लगाने का अधिकार दिया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि लोगों को नियमों का पालन करना होगा। नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माना बढ़ाना होगा।
बता दें कि महाराष्ट्र उन राज्यों में से है, जहां पिछले कुछ हफ्तों में संक्रमण बेहद तेजी से बढ़ रहा है, जबकि लंबे समय तक इसमें गिरावट रही थी। लेकिन कोरोना काल के पूरे एक साल में भी महाराष्ट्र में करीब पूरे वक्त तक मामलों में आगे रहा है। महाराष्ट्र में जनवरी 2020 में संक्रमण की शुरुआत के बाद कुल मामलों की संख्या 22.2 लाख हो गई है।
जनता को जिम्मेदार ठहराए जाने के साथ राजेश टोपे ने सरकार की ढिलाई की बात भी मानी। टोपे ने कहा कि लोगों ने कोरोना को हल्के में ले लिया है, किसी के मन में कोई गंभीरता नहीं है। नियमों के पालन को लेकर सरकारी मशीनरी में भी थोड़ी बहुत ढिलाई थी। महाराष्ट्र के कई जिलों में हालिया हफ्तों में नाइट कर्फ्यू लागू किया गया है और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।