@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश की फजीहत उन्हीं के मंत्री और सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर मुकेश सहनी ने करा दी। विधानपरिषद में मामला उठने के बाद सीएम नीतीश कुमार आर्श्चयचकित हो गए और कहा कि यह तो आश्चर्यजनक है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी। अभी जानकारी लगी है, अखबार में खबर छपी है और सदस्यों ने इसके बारे में बताया है। लेकिन मंत्री ने अगर ऐसा किया है तो अच्छी बात नहीं है। हम इस संबंध में मंत्री से पूछेंगे।’
विपक्ष का आरोप है कि दो दिन पहले हाजीपुर में पशुपालन विभाग के कार्यक्रम में मंत्री मुकेश सहनी की जगह उनके भाई सरकारी गाड़ी से कार्यक्रम में पहुंचे और विभाग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में चीफ गेस्ट बने थे। मीडिया में खबर आने के बाद विपक्षी नेताओं ने सदन में हंगामा किया। इसके बाद खुद सीएम नीतीश सामने आये और कहा कि इस तरह की बात अचंभित करने वाली है।
परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने मंत्री मुकेश साहनी के मसले पर सरकार को सदन में घेर लिया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने हाजीपुर में एक सरकारी कार्यक्रम में अपनी जगह अपने भाई और एक प्रतिनिधि को भेज दिया। इसमें भी हद तो तब हो गई जब मंत्री जी के भाई साहब को विभाग की ओर से मंत्री वाली ट्रीटमेंट और प्रोटोकॉल तक दे दिया गया।
आरजेडी के विधान पार्षदों ने इस मामले को सदन में उठा दिया। उनका कहना था कि आखिर सरकार का कोई मंत्री ऐसा कैसे कर सकता है। सरकारी कार्यक्रम में खुद की बजाय मंत्री जी ने अपने घर के लोगों को कैसे भेज दिया। आरजेडी के विधान पार्षद इस मामले को लेकर मीडिया में आई खबरों का जिक्र भी करते रहे, सदन में काफी देर तक इस मसले पर हंगामा होता रहा।
दरअसल दो दिन पहले ही हाजीपुर में मत्स्य विभाग की तरफ से सरकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। विभाग की योजना के तहत चुने गए मछली पालकों को आइस बॉक्स वाली मोपेड और मछली ढोने वाली छोटी गाड़ियां दी जानी थीं। विभागीय स्तर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मंत्री मुकेश सहनी को आना था।
आरोप है कि मंत्री मुकेश साहनी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए और उनकी जगह उनके भाई संतोष सहनी इस कार्यक्रम में पहुंचे। इसके लिए उन्होंने मत्स्य विभाग की सरकारी गाड़ी का भी इस्तेमाल किया।