@शब्द दूत ब्यूरो
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा में मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें।
ग्लेशियर फटने के बाद आई आपदा के कारणों पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि अभी लोगों की जान बचाना महत्वपूर्ण है, कारणों का पता विशेषज्ञ बाद में लगाएंगे।
बता दें कि जोशीमठ के पास ग्लेशियर फटने के बाद 100 से ज्यादा लोग लापता बताए गए हैं। अब तक 10 लोगों के शव बरामद किए गए हैं।
सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अर्धसैनिक बलों को भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उत्तराखंड में हुई दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की मैं लगातार निगरानी कर रहा हूं और पूरा देश सभी की सुरक्षा की प्रार्थना कर रहा है। आपदा के कारण ऋषि गंगा पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह ध्वस्त हो गया। वहीं एनटीपीसी के प्रोजेक्ट को भी नुकसान पहुंचा है। रैणी गांव में ज्यादा तबाही हुई है और स्थानीय लोगों, प्रशासन और एनडीआरएफ के लोग लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं।
इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने संकरी सुरंग में फंसे एक श्रमिक को बाहर निकाला। चमोली जिले में ग्लेशियर फटने और उसके बाद नदियों में आई बाढ़ के बाद आईटीबीपी कर्मियों को राहत एवं बचाय कार्य में लगाया गया है।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सुरंग से करीब 16 लोगों को बाहर निकाला गया है। ग्लेशियर फटने के बाद इलाके में 100 के करीब लोग लापता बताए जाते हैं। इसके बाद चमोली जिले में अलकनंदा और धौलीगंगा नदियों में बाढ़ सी आ गई है। अब तक 9 लोगों के शव बरामद हुए हैं।