काशीपुर। शहर की उपेक्षा को लेकर जनता में मायूसी और नाराजगी और दर्द अब सामने आने लगा है। सोशल मीडिया पर लोग अपने अपने तरीके से केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा काशीपुर के थमे हुये विकास पर चिंता व्यक्त करने लगे हैं। ऐसे में अगर राज्य के किसी अन्य स्थान पर किसी तरह की सुविधा की घोषणा सरकार के नुमाइंदो के द्वारा की जाती है है शहर के लोगों का दर्द छलक पड़ता है। हाल ही में राज्यसभा सासंद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड के लिए कुछ ट्रेन चलाने के लिए केंद्र में पैरवी की थी। सासंद बलूनी की पुरजोर पैरवी के चलते केंद्र ने यह इच्छा पूरी कर दी। राज्य के लिए यह एक अच्छी पहल है। पर काशीपुर के लिए कौन पैरवी करेगा? यह प्रश्न मुंह बाये खड़ा है।
नगर के युवा अरूण अरोरा ने एक फेसबुक ग्रुप में शहर के विकास से मुंह मोड़ चुके राजनेताओं को लेकर एक पोस्ट की है। जिस पर सोशल मीडिया यूजर ने भी अपना दर्द बयान किया है।
अरूण अरोरा ने फेसबुक पर की गई पोस्ट में कहा है कि
सोशल मीडिया पर माननीय श्री अनिल बलूनी जी के पेज तथा उस पर रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल जी के जवाबी पत्र द्वारा पता चला की श्री बलूनी जी के व्यक्तिगत अथक प्रयासों द्वारा उत्तराखंड में दिल्ली-टनकपुर तथा दिल्ली-कोटद्वार को भी जनशताब्दी से नवाजा है
पूर्व में भी देहरादून-काठगोदाम जनशताब्दी की शुरुआत श्री बलूनी जी के अथक प्रयासों द्वारा ही शुरू हुई थी
बलूनी जी, प्रधानमंत्री मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल से ही उनके काफी करीबी रहे हैं उत्तराखंड मूल के होने के कारण उन्हें यही से राज्यसभा पहुंचा कर सक्रिय राजनीति में उतारा गया है।
लेकिन मेरा शहर काशीपुर हर बार की तरह इस बार भी ठगा गया जनशताब्दी मिलना तो दूर की बात…. जो ट्रेन है रामनगर-काशीपुर रूट से चल भी रही थी उन्हें बंद कर दिया गया है।
और हमारा हक छीन कर इधर-उधर बांट दिया गया है
बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता,पदाधिकारी तथा क्षेत्रीय नेताओं के द्वारा जो जोर शोर के साथ श्री बलूनी जी के कार्य की प्रशंसा एवं प्रसार किया जा रहा है उनसे प्रश्न है आपके क्षेत्र काशीपुर का ऐसा कौनसा विकास माननीय जी द्वारा कर दिया गया जो आप प्रसन्न है?
क्या यह चापलूसी एवं गुलाम मानसिकता नहीं
। जिस प्रकार शादी कहीं भी हो हिजड़े गाने बजाने आ ही जाते हैं उसी प्रकार जो काशीपुर के होकर भी अपनी सरकार, मंत्री अथवा माननीय राज्यसभा सांसद से प्रश्न करने की जगह जो काठगोदाम जनशताब्दी,पूर्णागिरि जनशताब्दी तथा सिद्धबली जनशताब्दी पर बहुत खुश हैं उनकी मनोदशा स्पष्ट है।
हम सब काशीपुर निवासियों को एकजुट होकर यह मुहिम चलानी चाहिए कि जो रेलगाड़ियां हल्द्वानी काठगोदाम से चल रही है कम से कम वह काशीपुर होकर आगे जाएं।
मैं ग्रुप में शामिल सभी काशीपुर निवासियों भाइयों और बहनों से निवेदन करता हूं की इस मुहिम को इतना आगे बढ़ाएं कि सत्ता की हनक में बहरी हुई सरकार तक यह बात जरूर पहुंचे।
पोस्ट का लिंक
https://m.facebook.com/groups/252912702525412/permalink/432519084564772/