नई दिल्ली। द वायर के एडिटर सिद्धार्थ वरदराजन के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने केस दर्ज किया है। दरअसल, गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान एक किसान की मौत से जुड़ी खबर ट्वीट करने के संबंध में उन पर मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में उन पर जन सामान्य को भड़काने, शांति एवं कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने और उपद्रव पैदा करने वाला बयान देने के आरोप लगाए गए हैं।
दिल्ली में जिस किसान की मौत हुई थी वो उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला था और रामपुर के स्थानीय निवासी की शिकायत पर वरदराजन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
यह रिपोर्ट किसान के परिवार की प्रतिक्रिया पर आधारित थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मृतक किसान को गोली मारी गई है. परिवार ने यह भी कहा था कि शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों में से एक ने उनसे इस संबंध में बात की थी, लेकिन कहा था कि “डॉक्टरों के हाथ बंधे हुए हैं.” इस संबंध में दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया कि किसान की मौत ट्रैक्टर पलटने से हुई थी।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि उसे गोली नहीं लगी थी। बरेली क्षेत्र के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अविनाश चंद्र ने कहा, “ट्रैक्टर पलटने के कारण आई चोटों की वजह से उसकी मौत हुई थी।”
बता दें कि दिल्ली के आईटीओ के पास प्रदर्शन के दौरान किसान की मौत हुई थी। जहां पर किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा भड़की थी। किसान के ट्रैक्टर पलटने का वीडियो काफी वायरल भी हुआ था।
सिद्धार्थ वरदराजन सातवें पत्रकार हैं, जिन पर इस मामले के सिलसिले में आरोप लगा है। इससे पहले, कांग्रेस नेता शशि थरूर एवं छह पत्रकारों पर नोएडा पुलिस ने दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा को लेकर राजद्रोह एवं अन्य आरोपों को लेकर मामला दर्ज किया था।