दस नेपाली पर्वतारोहियों की एक टीम ने के-2 पर चढ़ाई पूरी करके सर्दियों के मौसम में दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचने वाली पहली टीम बनने का रिकॉर्ड कायम किया। चोटी के-2 का शिखर 28, 251 फुट ऊंचा है। भौगोलिक कठिनाइयों के कारण सर्दियों में वहां पहुंचना अब तक नामुमकिन माना जाता रहा है। शीर्ष पर चढ़ने के लिए तकनीकी कौशल की आवश्यकता होती है। के2 माउंट एवरेस्ट के बाद दूसरे नंबर की सबसे ऊंची चोटी है।
पर्वतारोहियों के दल में मिंगमा ग्यालजे शेरपा, निर्मल पुरजा, पुन मागर, गेलजे शेरपा, मिंगमा डेविड शेरपा, मिंगमा तेनजी शेरपा, दावा तेम्बा शेरपा, पेम छीरी शेरपा, किलु पेम्बा शेरपा, द्वाटेनजेनिंग शेरपा, और सोना शेरपा शामिल थे।
हिमालय पवर्तमाला के पाकिस्तान में पड़ने वाले हिस्से में स्थित इस पर्वत शिखर की ऊंचाई 8611 मीटर है। सर्दियों में के-2 पर 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती है। यहां तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। इससे पहले सर्दियों में इस चोटी पर पहुंचने में किसी को कामयाबी नहीं मिली थी।