@शब्द दूत ब्यूरो
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने थराली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराने को लेकर एक बार फिर पार्टी में अपने विरोधियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उनकी जनसभा की वजह से पार्टी को हार मिली तो फिर उन्हें राज्य में 59 सीटों की चुनावी हार के लिए जिम्मेदार माना जाना चाहिए। इस नई खोज के लिए वह कांग्रेसजनों विशेष रूप से चमोली के कांग्रेसजनों को धन्यवाद देते हैं।
2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस के दिग्गजों में अंतर्विरोध खुलकर सामने आने लगे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह इन दिनों गढ़वाल मंडल के दौरे पर हैं। इस दौरान उनके पार्टी से रूठे व्यक्तियों की वापसी को लेकर दिए गए बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन पर हमला बोला था। इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश भी बागियों की पार्टी में वापिसी को लेकर काफी कुछ बोल चुकी हैं।
बताया जा रहा है कि कर्णप्रयाग में प्रीतम की जनसभा में उठे एक मुद्दे को लेकर फिर हरीश रावत मुखर हो गए। वहीं, ये भी बताया जा रहा है कि उक्त जनसभा में किसी का नाम लिए बगैर ही इशारों में चमोली जिले की थराली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी की हार के लिए हरीश रावत की बड़ी जनसभा को जिम्मेदार ठहराया गया। हरीश रावत ने इसे गंभीरता से लिया है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि घाट में उनकी जनसभा को हार का कारण बताए जाने की नई जानकारी कर्णप्रयाग से सामने आई है। रावत की प्रतिक्रिया को आने वाले वक्त में पार्टी के भीतर सियासी हलचल के तौर पर देखा जा रहा है।