@विनोद भगत
हरिद्वार । एक दिन पहले मीडिया की खबरों की सुर्खियां बनी हंसी प्रहरी की सत्यता जानकर सरकारी तंत्र तुरंत हरकत में आ गया और हंसी प्रहरी के पास खुफिया तंत्र व प्रशासनिक अमला पहुंच गया। यही नहीं हंसी के कालेज के साथी रहे छात्र छात्राओं ने भी हरिद्वार पहुंचकर उससे मुलाकात कर मदद की पेशकश की।
उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने तीन दिन के भीतर हंसी प्रहरी को आवास दिलाने का भरोसा दिया है। बता दें कि कि कल ही तमाम समाचार पत्रों व समाचार माध्यमों के जरिये उत्तराखंड के कुमाऊं विश्वविद्यालय की होनहार और अंग्रेजी व राजनीति विज्ञान से डबल एमए करने वाली अल्मोड़ा की हंसी के भीख मांग कर गुजारा करने की खबरें छपी थी।सरकारी तंत्र ही नहीं समाज के कई लोग भी हंसी प्रहरी और उसके पुत्र परीक्षित की मदद के लिए सामने आए।
कल की खबरें पढ़ने के बाद खुफिया विभाग के एक दरोगा ने पूरी जानकारी जुटाने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी।
(न केवल मनुष्य जाति के लिए बल्कि प्राणिमात्र के लिए संकट में यथासंभव मदद के लिए आगे आना ही सच्ची बौद्धिकता है।पहाड़ की लाचार बेटी के हित में सभी सक्रिय साथियों को सलाम!-वाचस्पति.)