@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रोजाना तकरीबन 65,000 नए COVID-19 मामले दर्ज किए जा रहे हैं। कोरोना वायरस के कुल मामलों के लिहाज से भारत, अमेरिका और ब्राजील के बाद दुनिया में तीसरे स्थान पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, देश में वायरस से ठीक हुए मरीज़ों की संख्या एक्टिव केस से 3.4 गुनी ज्यादा है। मंत्रालय के स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में एक्टिव केस, कुल मामलों का 22 प्रतिशत है।
भूषण ने कहा कि भारत जैसी बड़ी आबादी वाले देश में प्रति मिलियन टेस्ट बढ़ाना चुनौती है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन पर 2.70 प्रतिशत मरीज़, ICU में 1.92 प्रतिशत और वेंटिलेटर पर 0.29 प्रतिशत मरीज़ हैं। कोरोना से देश में अब 58,390 मौतें हुई हैं। जिसमें 69 प्रतिशत पुरुष और 31 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें से 11 प्रतिशत 26-44 साल के, 36 प्रतिशत 45-60 साल के और 51 प्रतिशत 60 साल से ऊपर के हैं। आज की तारीख में 1524 टेस्टिंग लैब हैं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि जहां तक रूस द्वारा विकसित स्पूतनिक-5 वैक्सीन का संबंध है तो भारत और रूस संपर्क में हैं। प्रारंभिक स्तर पर जानकारियां साझा की गई हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि भारत में तीन वैक्सीन क्लीनिकल स्टेज पर है और तीन प्री क्लीनिकल स्टेज पर। सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन तीसरे चरण में है। इसका 1700 लोगों का सैंपल साइज है। भारत बॉयोटेक ने पहले चरण में 375 लोगों का सैंपल लिया था। अब दूसरा चरण शुरू होना है। जायड्स कैडिला के वैक्सीन का पहले चरण का सैंपल 50 का था। अब दूसरा चरण शुरू होने वाला है। ये सब दो डोज की वैक्सीन हैं। 14-28 दिन पर दूसरा डोज दिया जाता है और फिर 2-4 हफ्तों के बाद एंटीबॉडीज देखी जाती हैं। उन्होंने कहा कि कुछ गैर जिम्मेदार लोगों की वजह से महामारी बढ़ रही है।