बुलंदशहर । छेड़छाड़ से बचने की कोशिश में एक छात्रा की सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना गढ़ हाइवे स्थित चरौरा मुस्तफाबाद गांव के पास सोमवार सुबह 11 बजे हुई। मृतक छात्रा का नाम सुदीक्षा भाटी है। वह लॉकडाउन के दौरान अमेरिका से लौटी थी। परिवार का आरोप है कि बाइक सवार कुछ लोग उससे छेड़खानी कर रहे थे। हादसे में सुदीक्षा के चाचा भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चाय वाले की बेटी ने हासिल की थी 4 करोड़ की स्कॉलरशिप, मनचलों ने मार डाला,
अमेरिका में 4 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप लेकर यूपी का ही नहीं, बल्कि देश का भी नाम रौशन करने वाली सुदीक्षा भाटी सड़क हादसे का शिकार हो गई। परिवार के लोगों की मानें तो वह अपने चाचा के साथ बाइक पर घर लौट रही थी। बुलंदशहर में कुछ मनचले लड़के उसे छेड़ रहे थे। उनसे बचने के लिए जैसे ही चाचा ने ब्रेक मारी उनकी बाइक का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें सुदीक्षा भाटी की जान चली गई। वहीं, चाचा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। दादरी के बेहद साधारण परिवार से संबंध रखने वाली सुदीक्षा भाटी ने 2 साल पहले 2018 में जब 4 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप हासिल की थीं तो किसी ने सोचा तक नहीं था कि उसका इतना दर्दनाक अंत होगा। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले की इस 19 वर्षीय छात्रा सुदीक्षा भाटी ने अपने मजबूत इरादे से अपना सपना सच कर दिखाया था, लेकिन जब सपने को जीने की बारी आई तो मनचलों की वजह से वह मारी गई। वहीं, दादरी में चाय की दुकान चलाने वाले पिता जितेंद्र भाटी सदमे में हैं। वहीं, सुदीक्षा की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता जितेंद्र भाटी का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या हुई है, जबकि पुलिस का कहना है कि दुर्घटना के बाद परिवार की ओर से छेड़छाड़ के संबंध में कोई शिकायत नहीं दी गई थी।
पिता चलाते हैं ढाबा-
सुदीक्षा भाटी के पिता जितेंद्र भाटी धूम मानिकपुर गांव में ही चाय की दुकान लगाते हैं। परिवार की बदहाल आर्थिक हालत ने कई बार सुदीक्षा की हिम्मत तोड़ी, लेकिन होनहार लड़की का जज्बा बरकरार रहा। यही वजह थी कि सुदीक्षा ने अपनी प्रतिभा के बल 24 अन्य भारतीय छात्रों के साथ स्कॉलर शिप हासिल की थी।
4 साल के लिए गई थी अमेरिका-
दादरी के धूम मानिकपुर गांव की रहने वाली छात्रा सुदीक्षा भाटी को अमेरिका के प्रसिद्ध बॉब्सन कॉलेज ने तकरीबन 3.8 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप दी थी। गांव में ही चाय की चलाने वाले पिता जितेंद्र भाटी बेहद कम पढ़े-लिखे हैं व सुदीक्षा की मां गीता भाटी घरेलू महिला हैं, लेकिन बेटी की मौत के बाद माता-पिता दोनों अंदर से टूट गए हैं। उन्होंने कैसे-कैसे अरमान सजाए थे सुदीक्षा के लिए, एक ही पल में सब चकनाचूर हो गए।
बता दें कि सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में उस वक्त मौत हो गई जब बुलेट सवार युवक स्कूटी पर जा रही सुदीक्षा से छेड़छाड़ कर रहा था। सुदीक्षा के घर वालों का आरोप है कि बुलेट सवार युवक बार-बार स्कूटी को ओवरटेक कर रहा था। इसके बाद बुलेट सवार युवक ने आगे आकर अचानक ब्रेक मारा, फिर स्कूटी को ब्रेक मारने के चक्कर में सुदीक्षा और उसके चाचा सड़क पर गिर गए। वह हादसे में सुदीक्षा भाटी की मौत हो गई।
गौतम बुद्ध नगर में दादरी तहसील के डेयरी स्कैनर की रहने वाली सुदीक्षा मामा से मिलने के लिए अपने चाचा के साथ सिकंदराबाद जा रही थीं। सुदीक्षा भाटी को 20 अगस्त को अमेरिका वापस लौटना था। कोरोना संक्रमण के चलते वो जून के पहले हफ्ते में अमेरिका से वापस आई थीं। हादसे में सुदीक्षा की मौत हो गई और उनके चाचा को गंभीर चोट आई है।