@शब्द दूत ब्यूरो
काशीपुर । नगर के पक्काकोट स्थित बिजलीघर से 10000 हजार उपभोक्ताओं को विद्युत की आपूर्ति की जाती है। यह लाइन जसपुर से जुड़ी हुई है। लेकिन यहाँ फाल्ट की शिकायत लगातार मिलती रही है। फाल्ट का खामियाजा जनता भुगत रही है। आखिर क्या वजह है कि बार बार यहीं फाल्ट होता है।
शब्द दूत को मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन के एक कर्मचारी की लेट लतीफी ने इस भरी गर्मी में उपभोक्ताओं को सांसत में डाल रखा है। बताते हैं कि जसपुर से लगभग 18 किमी दूर से आ रही इस लाइन के तार बहुत पुराने और जर्जर हो गये हैं। हालांकि विभाग ने इन पुराने तारों को बदलने की कवायद शुरू भी कर दी है। विभाग की ओर से नई लाइनों के लिए टेंडर भी हो चुका है। सूत्रों की मानें तो 2 जुलाई को यह टेंडर खुलना था। पर विभाग के जिस कर्मचारी को इसका एस्टीमेट बनाने का काम सौंपा था उसने नहीं बनाया। विभागीय अधिकारी यह तो मानते हैं कि कुछ कमियों की वजह से से टेंडर नहीं हो पाया।
उसके बाद फिर 27 जुलाई को टेंडर खोले जाने की तिथि तय की गई। लेकिन तब भी एस्टीमेट तैयार नहीं हो पाया। अब पुनः टेंडर 18 अगस्त को खोला जाना हैं। पर कर्मचारी की अगर मर्जी होगी तभी टेंडर खुल पायेगा। वैसे बता दें कि एस्टीमेट पहले तैयार किया जाता है।
पक्काकोट बिजलीघर से अल्लीखां गौतमनगर कविनगर काजीबाग घास मंडी डाक्टर लाइन मौ किला और मुंशीराम चौराहे के उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति की जाती है। स्थानीय उपभोक्ताओं का कहना है कि हर दस पन्द्रह दिन में उन्हें इस समस्या से जूझना पड़ रहा है।
बहरहाल विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अब ये समस्या सुलझ जायेगी। लेकिन क्यों दस हजार उपभोक्ताओं को विभागीय लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। यह एक गंभीर सवाल है।