@शब्द दूत ब्यूरो
काशीपुर । 14 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट एक दिन पहले आ जाती है। दूसरे दिन दोपहर तक उन कोरोना पॉजिटिव मरीजों को जानकारी नहीं होती कि वह संक्रमित हैं। परिणामस्वरूप सभी कोरोना मरीज अनजान है इसलिए परिवार के अन्य सदस्यों से भी सामान्य ढंग से मिल रहे हैं। ऐसे में इन कोरोना पॉजिटिव मरीजों से संक्रमण बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
दरअसल कल 18 जुलाई को दिल्ली लैब से देर शाम काशीपुर के कंटेनमेंट जोन काजीबाग के 14 तथा कटोराताल के एक व्यक्ति की कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आती है। देर रात तक इसकी सूचना अधिकारियों द्वारा उन मरीजों को नहीं दी गई थी। यहां तक कि आज दोपहर तक भी इन कोरोना पॉजिटिव मरीजों को इस बात का पता नहीं चलता।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि 18 जुलाई की रात लगभग आठ बजे एक पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव आये मरीजों के पते की जानकारी लेने पहुंचता है। पर उस वक्त भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को यह जानकारी नहीं दी जाती।
दिल्ली लैब से आई इस टेस्ट रिपोर्ट में कंटेनमेंट जोन की 35,28,23,40,28 और 76 वर्षीय महिलायें व 10, 13 वर्षीय दो बालिकाएं के अलावा 35,27 17,45 व 41 वर्षीय पुरुषों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। वहीं मौ कटोराताल निवासी 35 वर्षीय युवक भी पॉजिटिव आया है । ये सभी कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आये थे। इन सभी का सैंपल 16 जुलाई को लिया गया था। 18 जुलाई को इनकी रिपोर्ट आती है।
चिंता की बात यह है कि कोरोना पॉजिटिव आने के अगले दिन दोपहर तक इन्हें कोविड-19 सेंटर नहीं भेजा गया। आखिर वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।
नोडल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अमरजीत साहनी ने बताया कि बीते रोज वह रुद्रपुर एक आवश्यक बैठक में गये थे। उनके पास यह रिपोर्ट देर शाम आई है। अब इन कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड-19 सेंटर उपचार के लिए भेजा जा रहा है।
यहाँ बता दें कि डा अमरजीत साहनी इस कोरोना काल में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग का यह गैर जिम्मेदाराना रवैया क्या कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है।