मुंबई। एक कविता में 20 वर्षों के उत्तराखंड की कथा व्यथा कुमाऊँनी में व्यक्त कर राज्य के जनमानस व इसके कर्ता धर्ताओं को झिंझोड़ने का प्रयास किया है।
कुमाऊँनी में इस कविता को लिखा है अशोक कुमार पंत ने और इसे अपने ठेठ पहाड़ी अंदाज में प्रस्तुत किया है जाने माने सिने अभिनेता हेमंत पांडे ने। कविता में 20 वर्षों के उत्तराखंड के नीति निर्माताओं के अब तक किये गये कार्यों पर सवाल उठाए गये हैं। हेमंत पांडे कहते हैं कि यह कविता किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं हर उस व्यक्ति पर प्रश्न उठा रही है जो खुद को इसका नीति नियंता बताता है।