वीडियो सौजन्य – ओंकार सिंह ढिल्लन, रुद्रपुर
काशीपुर । गेहूं की फसल पर बारिश की मार नेकिकिसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं। बीते रोज से प्रदेश के कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने खेतों में खडी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। हालांकि काफी मात्रा में गेहूं की फसल काटी जा चुकी है इसके बावजूद जिन किसानों का गेहूँ खेत में हैं उनके लिए बारिश बहुत बड़ी मुश्किल लेकर आयी है।
बीते रोज से हो रही बारिश की वजह से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल जलमग्न हो गई है। गेहूँ के अलावा सब्जियोंकोको भी भारी नुकसान पहुंचा है। पहाड़ से लेकर तराई भाबर में गेहूं सरसों और सब्जियों को खासा नुकसान पहुंचा है।
लॉकडाउन की वजह से पहले ही लोग नुकसान झेल रहे हैं इधर बारिश की वजह से उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। तमाम किसानों की फसल खेत में खड़ हैहै तो कुछ ने फसल काट तो ली लेकिन वह अभी खेत में ही है। बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।
काशीपुर और रूद्रपुर में ओलों के साथ हुई बारिश में शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों मे खेत जलमग्न दिखाई दे रहे हैं। बारिश के साथ पड़े ओलों ने किसानों की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। ऊधमसिंह नगर जनपद में एक अनुमान के अनुसार 20 प्रतिशत खेत में खड़ी फसल को नुकसान हुआ है। जबकि 80 प्रतिशत गेहूं की फसल काटी जा चुकी है। इस बार करीब 97 हजार हेक्टेअर में गेहूं की फसल बोई गई थी। बाजपुर में भी तेज हवा के साथ मूसलाधार वर्षा से किसानों को खेतों में पड़ी फसल संभालने का मौका भी नहीं मिल पाया।