यह हादसा एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और विद्युत सुरक्षा की अनदेखी को उजागर करता है। सावधानी और पूर्व योजना के अभाव में भक्तों की आस्था कब त्रासदी में बदल जाए, इसका ताजा उदाहरण है यह घटना।
@शब्द दूत ब्यूरो( 28 जुलाई 2025)
बाराबंकी। सावन के पावन सोमवार की सुबह बाराबंकी जिले के प्रसिद्ध अवसानेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालुओं के बीच अचानक भगदड़ मच गई। हादसा उस वक्त हुआ जब मंदिर के बाहर लगाए गए टीन शेड और पाइप में करंट दौड़ गया, जिसकी चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कम से कम सात श्रद्धालु घायल हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार तड़के करीब तीन बजे की है। सावन का पहला सोमवार होने के कारण मंदिर में भारी भीड़ उमड़ी थी। इसी दौरान कुछ बंदरों के बिजली के तारों पर कूदने से एक तार टूट गया, जो मंदिर के टीन शेड पर गिरा। इस कारण लोहे के पाइप व शेड में करंट दौड़ गया। वहां मौजूद लोगों में “करंट उतरने” की बात फैली और अफरा-तफरी मच गई, जिसके चलते भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
मृतकों में से एक की पहचान प्रशांत (22 वर्ष), पुत्र राम गोपाल, निवासी मुबारकपुर, थाना लोनीकटरा तथा दूसरे मृतक (25 वर्ष) की पहचान अभी नहीं हो सकी है। घटना में गंभीर रूप से श्रद्धालुओं की में रंजीत, पुत्र साहब दीन 26 मोहदीपुर सतरिख, पलक, पुत्री रंजीत राम 13 छतौरा कोठी, संध्या, पुत्री महेश 24 भुलभुलिया कोठी, सुंदरम सिंह, पुत्र सरतेज 14 मोहदीपुर कोठी, लक्ष्मी, पुत्री पवन 18 बिबियापुर घाट कोठी, अमन, पुत्र बाबादीन 18 गढ़ी घोसियामऊ सुबेहा, बैजनाथ, पुत्र जगजीवन 22 सुबेदार पुरवा हैदरगढ़ शामिल हैं बाकी अन्य को भी चोटें आई हैं। सभी घायलों को त्रिवेदीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी एम. शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन भी तत्काल शुरू कर दिया गया। प्रशासन ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मंदिर परिसर में स्थिति सामान्य बनी हुई है।
एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया, “प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि कुछ बंदरों के चलते बिजली का तार टूटकर मंदिर के शेड पर गिर गया, जिससे करंट फैल गया। इसी कारण भगदड़ जैसी स्थिति बनी। इस मामले में विस्तृत जांच के निर्देश दिए गए हैं और दोषियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।”
यह हादसा एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और विद्युत सुरक्षा की अनदेखी को उजागर करता है। सावधानी और पूर्व योजना के अभाव में भक्तों की आस्था कब त्रासदी में बदल जाए, इसका ताजा उदाहरण है यह घटना।
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