कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में आठ अक्टूबर को एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। देशभर में भाजपा और आरएसएस ने उन्हें आर एस एस का बताते हुए विरोध प्रदर्शन कर ममता बनर्जी का पुतला फूंका था। लेकिन मुर्शिदाबाद पुलिस ने इस मामले को सुलझाते हुये हत्या के पीछे पैसे का विवाद बताया है और हत्यारोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। यहाँ की सीआईडी टीम ने इस केस में उत्पल बेहारा नाम के संदिग्ध को भी गिरफ्तार किया है। उत्पल सागरदिघी के शाहपुर गांव का रहने वाला है, ये गांव मुर्शिदाबाद के जांगीपुर सब-डिवीजन में आता है।
घटनाक्रम के अनुसार मुर्शिदाबाद के जिआगंज मोहल्ला में 8 अक्टूबर को एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने बंधु प्रकाश पाल (35), उनकी 8 महीने की प्रेग्नेंट पत्नी ब्यूटी पाल (28) और बेटे आंगन पाल (6) की खून से सनी लाश उनके घर से बरामद की।सभी के शरीर पर चाकू से गोदने के निशान थे, जबकि बच्चे का गला भी घोंटा गया था। पहले बंधु प्रकाश पाल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता बताया जा रहा था, लेकिन परिवार ने इससे इनकार किया है।
पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी ने बताया कि उसकी दो बीमा पॉलिसी थी जो उसने बंधु प्रकाश पाल से कराई थी। एक पॉलिसी की रसीद उसे पाल ने दे दी थी जबकि दूसरी रसीद नहीं दी थी। उसे इस पालिसी से 48 हजार रुपये मिलते। उत्पल का इसी बात को लेकर बंधु से झगड़ा भी हुआ था। वह रसीद या पैसे मांग रहा था। पुलिस के मुताबिक, कई बार मांगने के बाद भी जब बंधु पैसे वापस नहीं कर रहा था, तो 5 अक्टूबर को उत्पल बंधु के जिआगंज स्थित घर गया। उत्पल का दावा है कि वहां बंधु ने उसके साथ मारपीट और उसका अपमान किया साथ ही पैसे मांगने पर बुरा परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी।
अपमानित होने के बाद वह गुस्से में था। 8 अक्टूबर को वह फिर बंधु के घर गया. दीवार फांदकर अंदर घुसा और बंधु, उसकी पत्नी ब्यूटी और बेटे की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। उत्पल ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। आरोपी ने ये भी बताया कि बंधु के घर दाखिल होते वक्त पड़ोसी कृष्णा सरकार और रतन कुमार दास ने उसे देखा था। पुलिस इन दोनों से भी पूछताछ करेगी।