@शब्द दूत ब्यूरो (21 नवंबर, 2023)
हिमाचल के कीरतपुर-नैरचोक-मनाली फोर लेन हाईवे की सुरंग से मजदूरों को ऊपर से ड्रिल करके बचाने वाली एसजेवीएनएल की विशेषज्ञ टीम सिलक्यारा पहुंच चुकी है। टीम के मुताबिक मशीन सेटअप होने के दो से तीन दिन के भीतर करीब 90 मीटर डि्ल करके मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
वर्ष 2015 में कीरतपुर-मनाली हाईवे की सुरंग में भी हादसा होने के बाद दो मजदूर फंस गए थे। उस हादसे में दो मजदूर फंसे थे। इन्हें बचाने के लिए एसजेवीएनएल ने डि्ल मशीन सुरंग के ऊपर लगाई थी, जिससे करीब 47 मीटर तक डि्ल करने के बाद वह मजदूरों तक पहुंच गए थे और दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।
एसजेवीएनएल की टीम के मुताबिक, सिलक्यारा में बैकअप के साथ तीन मशीन मंगाई गई हैं। इस मशीन से 1.2 मीटर व्यास की डि्ल की जाएगी, जिससे आसानी से मजदूरों को बाहर निकाला जा सकेगा। मशीन ऊपर पहुंचने के बाद करीब 24 घंटे में सेट हो जाएंगी। इसके बाद उनसे काम शुरू होगा। दो से तीन दिन में वह 41 मजदूरों तक पहुंच जाएंगे।
एसजेवीएनएल को सुरंग बनाने में खास महारत हासिल है। कंपनी ने हिमाचल प्रदेश में 1500 मेगावाट क्षमता का नाथपा झाकड़ी जलविद्युत परियोजना बनाई है, जिसमें देश की सबसे लंबी 27.3 किलोमीटर सुरंग बनाई गई है। इस सुरंग का व्यास 10.15 मीटर है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि ये देश की सबसे लंबी सुरंग है।