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देश

प्रसंगवश :भारत में बढ़ते पति हत्या के मामले – एक सामाजिक विडंबना और समाधान की खोज

@विनोद भगत भारत में वैवाहिक जीवन को पवित्र, स्थायी और समर्पण का बंधन माना गया है, लेकिन हाल के वर्षों …

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आपरेशन हनीमून: पूरी कहानी, राजा रघुवंशी हत्याकांड से जुड़ा है ये थ्रिलर, कैसे पकड़ में आई आरोपी पत्नी सोनम और उसके साथी

@शब्द दूत ब्यूरो (10 जून 2025) देश के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड को मेघालय पुलिस ने “आपरेशन हनीमून” का नाम …

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भारत में पिछले एक दशक में बढ़ती गरीबी और विदेशी कर्ज: विकास के भ्रमजाल में फंसी अर्थव्यवस्था — एक विश्लेषणात्मक लेख

@विनोद भगत पिछले एक दशक में भारत ने वैश्विक मंचों पर अपने ‘विकासशील राष्ट्र’ से ‘विकसित राष्ट्र’ बनने के दावों …

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फैक्ट चेक :क्या वाकई में भाजपा के 94 सासंदों की सदस्यता होगी रद्द? क्या है इस वायरल खबर का सच?

@शब्द दूत ब्यूरो (09 जून 2025) पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है। खबर  …

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परेशानी का कारण बनता आरबीआई का संदेश

@संदीप सृजन भारतीय रिज़र्व बैंक देश की वित्तीय प्रणाली का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो मौद्रिक नीतियों को लागू करने, …

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क्या मुमकिन है टूटे दलों का एकीकरण ?वरिष्ठ पत्रकार राकेश अचल की बेबाक कलम से

महाराष्ट्र में शिवसेना के तीन धडों के एकीकरण की सुगबुगाहट के साथ ही ये मुद्दा भी गर्म होने लगा है …

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 फिल्मी परदे से गायब होती आस्था: सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर से कटती पीढ़ियाँ, आस्था के राजनीतिक लाभ का दौर है

@विनोद भगत आज के समय में जब सिनेमा समाज का सबसे प्रभावशाली माध्यम बन चुका है, तब यह सोचना अत्यंत …

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30 मई विशेष :तकनीकी प्रगति और डिजिटल क्रांति के साथ कदमताल करती हिन्दी पत्रकारिता

@संदीप सृजन हिंदी पत्रकारिता का इतिहास भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह …

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30 मई विशेष :हिंदी पत्रकारिता के जनक पं युगल किशोर शुक्ल, 30 मई को शुरू किया हिंदी का पहला समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड, डेढ़ साल में ही करना पड़ा बंद, जानिये क्यों?

@शब्द दूत ब्यूरो (30 मई 2025) हिंदी पत्रकारिता दिवस हर साल 30 मई को मनाया जाता है। यह दिवस हिंदी …

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पत्रकारिता दिवस विशेष सीरीज – 2:पत्रकारिता का असली दायित्व – सत्ता का प्रवक्ता या जनसरोकारों का प्रहरी?शासकों के दरबारी की भूमिका में क्यों हैं चंद पत्रकार?

@विनोद भगत पत्रकार क्यों बनते हैं? पत्रकार आखिर होते किसलिए हैं? यह सवाल जितना सीधा है, उसका उत्तर उतना ही …

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