वीडियो सौजन्य – न्यूज 31 उत्तराखंड
काशीपुर । शहर में शाम को राजनीतिक फिजा गर्म होती नजर आई। अभी चुनाव में लगभग एक साल का समय शेष है। लेकिन बीती शाम शहर की जेल रोड पर एक निजी चैनल के कार्यक्रम “सत्ता की दौड़” में चुनावी बहस में जनता और नेताजी आमने-सामने थे।
इस कार्यक्रम की खास बात यह थी कि सत्ता पक्ष की ओर से जनप्रतिनिधियों ने इस बहस में आने से दूरी बनाए रखी। हालांकि भाजपा के प्रदेश नेता आशीष गुप्ता ने जनता के तीखे सवालों की बौछार झेलते हुये सरकार का बचाव करने की कोशिश की तो दूसरी तरफ उत्तराखंड में पहली बार पांव जमाने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी के नेता दीपक बाली ने सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की खूब खबर ली। गर्मागरम सवाल जबाब का दौर लगभग सवा घंटे तक चला।
बहस में कांग्रेस की ओर से पीसीसी सदस्य व मेयर पद की पूर्व प्रत्याशी रही मुक्ता सिंह तथा बहुजन समाज पार्टी नेता पूर्व पालिकाध्यक्ष शम्सुद्दीन भी शामिल थे। लेकिन सवाल जबाब बहस में भाजपा और आम आदमी पार्टी ही छाये रहे। इक्का दुक्का लोगों ने कांग्रेस और बसपा के नेताओं से सवाल पूछे।
कार्यक्रम से एक बात तो साफ होती नजर आई कि यहाँ मुकाबला भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच होना है। काशीपुर के जनप्रतिनिधियों के न आने के मायने लगाये जा रहे हैं कि सत्ता की ओर से अपनी उपलब्धियों के बारे में बताने के लिए उनके पास कुछ नहीं है या अपनी उपलब्धि वह बताने की जरूरत नहीं समझते। लगातार चुनाव में मिल रही जीत से उन्हें इस बार भी पहले की तरह मोदी नाम पर जीत का भरोसा है। भाजपा नेता आशीष गुप्ता बहस के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों की प्रशंसा करते रहे। हालांकि बीच में जनता ने और आप नेता दीपक बाली ने भाजपा नेता की बातों और दावों पर ही सवाल खड़े कर दिये।
बहस में दीपक बाली और आशीष गुप्ता ही छाये रहे। कांग्रेस को लेकर एक प्रश्नकर्ता ने तो यहाँ तक कह दिया कि कांग्रेस से तो मैं क्या पूंछू वह तो खत्म हो रही है। बीच-बीच में कांग्रेस की ओर से श्रीमती मुक्ता सिंह अपनी आवाज उठाने का प्रयास करती रहीं लेकिन बहस के दौरान जनता अधिकतर भाजपा और आम आदमी पार्टी की ओर ही मुखातिब रही।
इस दौरान एक बार तो भाजपा नेता आशीष गुप्ता ने भी यह माना कि स्वास्थ्य सुविधाओं में कमियां हैं। वहीं उन्हें जनता और विपक्ष के नेताओं ने मुख्यमंत्री बदलने पर घेरा।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा पार्षद गुरविंदर सिंह चंडोक ने तो यहाँ तक आरोप लगा दिया कि यह कार्यक्रम किसी एक पक्ष की ओर प्रायोजित है। हालांकि उनके इस आरोप का वहाँ लोगों ने विरोध किया।
इस चुनावी बहस से एक बात तो साफ हुई कि काशीपुर में मुकाबले की अगर इस समय बात की जाये तो आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। कांग्रेस की स्थिति डांवाडोल लग रही है तो बहुजन समाज पार्टी की राह काफी मुश्किल है।