@शब्द दूत ब्यूरो (07 अप्रैल 2024)
बिहार के बेगूसराय से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां गोविंदपुर में एक महिला ने आत्महत्या कर ली. आरोप है कि महिला ने ऐसा तब किया, जब उससे फाइनेंस कंपनी का एक कर्मचारी किस्त लेने आया था. पैसे न होने की वजह से फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ने उसे बहुत खरी-खोटी सुनाई थी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसके पैसे दिए थे. पैसे ले जाते समय कर्मचारी ने महिला को किस्त न भरने पर जेल भेजने की धमकी भी दी थी, गांव वालों का आरोप है कि इसी के चलते महिला तनाव में थी और उसने सुसाइड कर लिया.
घटना गोविंदपुर-3 पंचायत की सूरो ओझा टोला की है. यहां कंचन देवी अपने पति(दिलीप महतो) और तीन बच्चों के साथ रहती थी. दिलीप और कंचन दोनों मजदूरी करते हैं. खबरों के मुताबिक, कंचन का पति दिलीप महतो अक्टूबर में बीमार पड़ा था, जिसके इलाज के लिए कंचन ने एलएनटी नाम की फाइनेंस कंपनी से 14 दिसम्बर, 2023 को 67,738 रुपये लोन पर लिए थे. कंचन ने यह लोन दो साल के लिए लिया था, जिसके लिए वह हर महीने 3650 रुपये किस्त चुका रही थी.
इसी कड़ी में एलएनटी फाइनेंस कंपनी का एक कर्मचारी कंचन के घर किस्त लेने पहुंचा था. इस दौरान कंचन घर पर अकेली थी और उसके पास पैसे भी नहीं थें. कर्मचारी के किस्त मागंने पर कंचन ने कहा था कि आज उसके पास पैसे नहीं है, आप कल आइए. वह कल तक पैसों का इंतजाम कर लेगी. फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी कंचन की झोपड़ी के बाहर बैठा हुआ था. पैसे न होने की बात सुन गुस्साए कर्मचारी ने कंचन को खरी-खोटी सुनाई थी और उसे जलील किया. उसकी बात सुन वहां इलाके के लोग आ पहुंचे थे.
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
लोगों ने कंचन की मदद करते हुए फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी को 3000 रुपये कैश बाकी 650 रुपये यूपीआई कर दिए. इसके बाद भी वह फांइनेंस कर्मचारी नहीं माना और जाते हुए उसने कंचन को धमकी दी थी कि अगर किस्त के पैसे समय पर नहीं दिए तो जेल भिजवा देंगे. यह बात सुनकर कंचन को बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई. फाइंनेस कर्मचारी के जाने के बाद उसने फांसी लगा ली और खुद की जान दे दी. शाम को जब पति मजदूरी करके घर वापस आया और झोपड़ी के अंदर जाकर देखा तो उसके होश उड़ गए. उसने देखा कि कंचन का शव फंदे से लटका हुआ है, मंजर देख वहां उनके बच्चे भी आ पहुंचे और चीख-पुकार मच गई. वहीं परिवार की चीख-पुकार सुनते ही गांव के लोग भी कंचन के घर पहुंच गए, जहां लोगों ने सारी बात बताई है. फिलहाल परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.