@शब्द दूत ब्यूरो (06 अप्रैल 2024)
मुरादाबाद से सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. रुचि वीरा पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप है. मुरादाबाद में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में यह पहला मामला दर्ज हुआ है. बताया जा रहा है कि रुचि वीरा सिविल लाइंस इलाके में प्रचार कर रही थी. रुचि वीरा के अलावा सपा के कई अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बिना अनुमति लिए जनसभा करने के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. रुचि वीरा पर आरोप है कि उन्होंने 50 से ज्यादा लोगों के बीच प्रचार करने पहुंची थीं. सिटी मजिस्ट्रेट जब उनके पास पहुंचीं तो सपा प्रत्याशी मजिस्ट्रेट के साथ बहस करने लगीं. रुचि वीरा की पुलिसकर्मियों से बहस हो गई. बताया जा रहा है कि रुचि वीरा मस्जिद के पास लोगों से मिलने पहुंची थीं.
सिटी मजिस्ट्रेट ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना. सिटी मजिस्ट्रेट बिना अनुमति के प्रत्याशी के जाने पर नाराज थी. सपा प्रत्याशी से बहस का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है. दरअसल, यह घटना मुगलपुरा कोतवाली क्षेत्र के जामा मस्जिद के पास की है. बता दें कि ये वही रुचि वीरा हैं, जिन्हें समाजवादी पार्टी ने एसटी हसन का टिकट काटकर इन्हें मुरादाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मुरादाबाद जिले में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी रुचि वीरा और सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव के बीच बहस भी हुई थी. शुक्रवार को अलविदा जुमा के मौके पर सपा प्रत्याशी रुचि वीरा ने शहर के मुगलपुरा इलाके में स्थित जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों को बधाई दी. सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए उन्हें रोका और कहा कि कार्रवाई की जाएगी. इस पर रुचि वीरा के समर्थक नाराज हो गए. कुछ समर्थकों को तो पुलिसकर्मियों ने वहां से हटा दिया, लेकिन रुचि वीरा और एसपी के कुछ नेता वहां एक घर के बाहर खड़े रहे और हाथ हिलाकर नमाजियों का अभिवादन किया.