@शब्द दूत ब्यूरो
उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में अब तक 26 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। लापता होने वालों की संख्या 200 के आसपास है। लापता लोगों के परिवार के सदस्य उन्हें ढूंढने के लिए सोशल मीडिया पर कोशिशें कर रहे हैं, वहीं तपोवन एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट के टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए दो दिन से कोशिशें जारी हैं।
सोमवार पूरी रात भी यहां रेस्क्यू ऑपरेशन चला है। जानकारी है कि इस सुरंग में 37 लोग फंसे हुए हैं और अभी तक किसी को भी नहीं निकाला जा सका है। यहां लगातार काम चल रहा है। आईटीबीपी देहरादून के सेक्टर हेडक्वार्टर की डीआईजी अपर्णा कुमार ने बताया कि यहां काम पूरी रात चला है। बहुत सारा मलबा हटाया गया है, लेकिन अभी तक किसी से संपर्क नहीं हो पाया है।
सीमांत नीति घाटी के गांवों में आपदा प्रबंधन और आईटीबीपी की टीमें पहुंच रही हैं। आईटीबीपी के जवान यहां पर राहत सामग्री पहुंचाने की कोशिशें कर रहे हैं। आपदा में 4 पुलों के बह जाने के कारण इस क्षेत्र में जाना मुश्किल हो गया है। आईटीबीपी की टीम हेलीकॉप्टर से लैंडिंग के बाद ट्रैकिंग कर आपदाग्रस्त गांव में पहुंची हैं, जहां टीम ने राशन, दवाई और ज़रूरी सामान पहुंचाया है। गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे ज़्यादा परेशानी हो रही है। इस बीच लोगों के लगातार लापता होने की खबरें भी आ रही हैं।