@संदीप सृजन दीपावली को लेकर पूरे देश में भ्रम की स्थिति है। शास्त्रों और विद्वानों के अपने-अपने मत है। कुछ …
Read More »देश
हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है@प्रदूषण प्रदूषण सिर्फ प्रदूषण, वरिष्ठ पत्रकार राकेश अचल की बेबाक कलम से
शीर्षक पढ़कर चौंकिए बिलकुल मत। मै आज आपसे ये फिल्मी गीत गाने या सुनने के लिए बिल्कुल कहने वाला नहीं …
Read More »कैसी हो उत्तराखंड में पत्रकारिता?चौथे खंभे को दंभ नहीं होना चाहिए
@सुरेश नौटियाल कई साल पहले, ब्रिटिश उच्चायोग के प्रेस एवं संपर्क विभाग ने नई दिल्ली में “भाषाई पत्रकारिताः वर्तमान स्वरूप …
Read More »क्या सचमुच भरोसा करने लायक है चीन?क्या अब नहीं होगा गलवान जैसा टकराव
भारत चीन के बीच सीमा पर पैट्रोलिंग को लेकर हुए समझौते को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि अब …
Read More »भारतीय ज्योतिषियों की बलिहारी@राकेश अचल
मेरा ज्योतिष में किंचित क्या रत्ती भर विश्वास नहीं है ,लेकिन मेरे विश्वास करने और न करने से क्या फर्क …
Read More »काशीपुर :अगर नहीं जाना चाहते डाक्टर के पास तो ये खबर आपके लिए ही है, जानिए एक चिकित्सक से, देखिए वीडियो
@शब्द दूत ब्यूरो (24 अक्टूबर 2024) काशीपुर । हर व्यक्ति यह तो चाहता है कि वह रोगमुक्त हो। लेकिन आज …
Read More »अब चांदी ही चांदी ,मगर किसकी ?उछलती चांदी पर वरिष्ठ पत्रकार राकेश अचल का विश्लेषण
आज कोई पोलटिकल या कम्युनल बात नहीं होगी क्योंकि आज का मुद्दा तेजी से उछल रही चांदी है चांदी को …
Read More »न्याय की गांधारी की आँखों से पट्टी का हटना सुखद@मुख्य न्यायाधीश की सार्थक पहल पर वरिष्ठ पत्रकार राकेश अचल की त्वरित टिप्पणी
कहते हैं कि जो होता है सो अच्छा ही होता है। भारत में न्यायपालिका का प्रतीक चिन्ह आँखों पर पट्टी …
Read More »चन्द्रमा , श्रीकृष्ण और लक्ष्मी की आराधना का पर्व है शरद पूर्णिमा
@संदीप सृजन भारतीय संस्कृति की परम्पराएँ और त्यौहार अध्यात्मिक विकास के साथ साथ प्रकृति संरक्षक और मानव समाज ही नहीं …
Read More »अब प्रियंका की संसद से होगी कुड़माई@परिवारवाद पर हमले का विरोधियों को मौका? वरिष्ठ पत्रकार राकेश अचल की बेबाक कलम से
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की पौत्री और राजीव गाँधी की बेटी श्रीमती प्रियंका वाड्रा ने आखिर ना ना करते …
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