काशीपुर । दुष्कर्म पीड़िता को महिला सब इंस्पैक्टर द्वारा धमकाने का मामला सामने आया है। पीड़िता की तहरीर पर आरोपी महिला सब इंस्पैक्टर के विरूद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़िता ने तहरीर में बताया कि आरोपी की बहन उत्तराखंड पुलिस में सब-इंस्पेक्टर है। बताया जा रहा है कि वह अभी पिथौरागढ़ जिले में तैनात है। युवती का आरोप है कि जवान के खिलाफ कार्रवाई की कोशिश पर सब-इंस्पेक्टर ने उसे धमकाया। आरोप है कि महिला एसआई ने युवती को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। उधर तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ जगदीश चंद्र ने बताया कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके उपरान्त विधिक कार्यवाही की जायेगी।
बता दें कि पुलिस के जवान (आई आरबी वन , बैल पड़ाव रामनगर में तैनात ) पर दुष्कर्म करने और उसकी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने अपने अधिवक्ता संजीव आकाश के माध्यम से पुलिस को तहरीर दी तो पुलिस ने उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2015 में कक्षा नौ में पढ़ने के दौरान क्षेत्र के ही एक युवक से उसकी पहचान हुयी और दोनों मोबाइल पर बातें करने लगे। वर्ष 2016 में युवक आईआरबी रामनगर में भर्ती हो गया। आरोप है कि इसके बाद वह युवती को अलग-अलग होटलों और अपने घर में ले जाकर दुष्कर्म करता रहा और वीडियो भी बना लिये।
इस दौरान आरोपी ने शादी का झांसा भी दिया। आरोप है कि फरवरी 2019 में युवती गर्भवती हुयी तो आरोपी ने फिर झांसा देकर गर्भपात करा दिया। युवती का आरोप है कि 31 जुलाई को आरोपी ने उसे काशीपुर बुलाया। वहां से बाइक पर कुंडेश्वरी के एक रेस्टोरेंट में ले गया और शादी से इनकार कर दिया। विरोध करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। एक अगस्त को फिर आरोपी ने युवती को बुलाया और केलामोड़ ले गया। वहां उसने धोखे से जहर पिला दिया और युवती को छोड़ भाग निकला। युवती का कहना है कि मामले में वह कई बार शिकायत कर चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
युवती के अधिवक्ता संजीव आकाश ने बताया कि इस बाबत आई टी आई थाने में तहरीर सौंपने के साथ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, सीएम, महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी पत्र भेजा है।