@शब्द दूत ब्यूरो (29 मार्च 2024)
लोकसभा चुनावों को आने में बहुत कम वक्त बचा है. तारीखों का ऐलान हो चुका है और देश में आचार संहिता लगी है. आचार संहिता लगाई जाती है ताकी चुनावों तक कोई भी ऐसा काम ना हो जिससे चुनावी प्रक्रिया या देश की कार्य प्रणाली में कोई दिक्कत आए, लेकिन अक्सर ये देखा जाता है कि इन नियमों को लागू तो कर दिया जाता है लेकिन मानता कोई नहीं. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया यूपी के अम्बेडकरनगर से.
उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर में चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों को दरकिनार कर सरकारी कर्मचारी बीजेपी में शामिल हो गया. भाजपा प्रत्याशी की मौजूदगी में सरकारी बाबू ने बाकायदा भाजपा का पटका पहन कर पार्टी को ज्वाइन किया. कमाल की बात है कि सरकारी बाबू ने बिना अपना इस्तीफा दिए इस पद को ले लिया. पद पर रहते हुए बीजेपी में शामिल होने पर अब सवाल भी उठ रहा है. समाजवादी पार्टी ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि प्रशासन जबरन प्रधानों को भाजपा में शामिल करवा रही है.
डीपीआरओ कर्मी भाजपा में शामिल
मामला DPRO कार्यालय से जुड़ा है. डीपीआरओ कार्यालय में तैनात बाबू सुनील कुमार वर्मा आज भाजपा में शामिल हो गए. सुनील कुमार डीपीआरओ कार्यालय में काफी दिनों से तैनात हैं. भाजपा में शामिल होते पटका पहने हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वायरल फोटो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भाजपा जिला अध्यक्ष त्रयबक तिवारी और अकबरपुर ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि आनंद वर्मा और भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडे की मौजूदगी में कर्मी ने सदस्यता ग्रहण की.
भाजपा ने आयोजित किया था कार्यक्रम
लोकसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी नेताओं को पार्टी में शामिल करवा रही है. इसी सिलसिले में आज भाजपा ने जिला मुख्यालय पर ग्राम प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को पार्टी में शामिल कराने के लिए कार्यक्रम किया था. इसी कार्यक्रम में बीजेपी प्रत्याशी रितेश पांडे की मौजूदगी में प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पार्टी में शामिल हुए. इसी दौरान डीपीआरओ कार्यालय के सुनील कुमार वर्मा भी भाजपा में शामिल हो गए.
सुनील वर्मा की पत्नी हैं ग्राम प्रधान
सुनील वर्मा अकबरपुर विकास खंड में ग्राम कटुइ जोरियन के निवासी हैं. इनकी पत्नी नीता वर्मा गांव की प्रधान हैं. पद पर रहते हुए भाजपा में शामिल होने और अब तक कोई कार्रवाई न होने को लेकर अब सवाल भी उठने लगे हैं. डीपीआरओ अवनीश श्रीवास्तव का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है कार्यक्रम का फोटो मिला है ,चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगा. इसी बीच विपक्ष ने इस मुद्दे पर सवाल खड़े किए हैं. सपा जिला अध्यक्ष जंग बहादुर यादव ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब हमारी लड़ाई भाजपा से नहीं है. हम प्रशासन से लड़ रहे हैं. जिस तरीके से डीपीआरओ कार्यालय का बाबू भाजपा में शामिल हुआ उससे यह साफ जाहिर है कि डीपीआरओ ने दबाव डाल कर प्रधानों को बुलाया था. जंग बहादुर यादव ने कहा कि भाजपा डर गई है जिसकी वजह से प्रशासन दबाव डाल कर लोगों को भाजपा में शामिल करा रहा है.