@शब्द दूत ब्यूरो (11 मार्च, 2024)
सोशल मीडिया पर कई फर्जी अकाउंट की भरमार है. फेक विज्ञापनों और फर्जी इन्वेस्टमेंट कंपनी बनाकर इन अकाउंटों ने अपना संजाल फैला रखा है. साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर शेयर ट्रेडिंग के विज्ञापन देकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. ताजा मामला शहर के किदवई नगर इलाके का है. जहां प्राइवेट कंपनी की महिलाकर्मी को कम समय में दुगने रुपए का लालच देकर साढ़े 16 लाख रुपए रुपए हड़प लिए हैं. पीड़िता की तहरीर पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
कीर्ति कुशवाहा ने अपनी तहरीर में पुलिस से शिकायत की है कि कुछ समय पहले वॉट्सएप पर आए मैसेज में उन्हें शेयर ट्रेडिंग को लेकर कुछ टिप्स दिए गए. लालच में आकर उन्होंने एक फर्जी ट्रेनिंग वेबसाइट पर लॉगिन कर निवेश करना शुरू किया. इसमें 16 लाख 42 हजार रुपए इन्वेस्टमेंट कर दिया.
शेयर ट्रेंडिंग वेबसाइट का नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
इसके कुछ समय बाद जब कीर्ति ने रुपए निकालने का प्रयास किया तो इस पूरी ठगी का पता चला. पूरे मामले पर साइबर थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर साइबर ठगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस की एक टीम शेयर ट्रेडिंग कि वेबसाइट व उससे जुड़े नेटवर्क को खगलाने में जुट गई है.
जालसाजों ने महिला को दिया ये झांसा
पीड़िता कीर्ति ने जानकारी देते हुए बताया कि अलग-अलग विज्ञापन के जरिए उन्हें शेयर ट्रेडिंग का प्रशिक्षण दिया गया. कहा कि बाद में मुनाफे की रकम के साथ रुपये वापस मिल जाएंगे. इसी पर विश्वास कर उन्होंने लाखों रुपए फर्जी वेबसाइट पर निवेश कर दिए. आंकड़ों की माने तो बीते कुछ समय से मार्केट रेग्युलेटर के पास सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए साइबर क्रिमिनल्स द्वारा शेयर ट्रेडिंग के जरिए ठगी के कई मामले सामने आए हैं.
ठगी का शिकार हो रहे युवा
जल्द मालामाल होने के लालच में लोग ठगी का शिकार होते जा रहे हैं. इसी का फायदा उठाकर साइबर क्रिमिनल स्टॉक मार्केट के नाम पर करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सएप और टेलीग्राम के जरिए ठगी का इस महाजाल को देखकर मार्केट रेग्युलेटर सेबी भी परेशान हैं. सेबी की तरफ से निवेशकों के लिए चेतावनी भी जारी की है
कानपुर की साइबर थाना पुलिस ने पीड़िता को जल्द से जल्द उनकी रकम वापस दिलाने का आश्वासन दिया है. हाल ही में साइबर पुलिस एक्सपर्टों की टीम ने कई लोगों की इस तरह ठगी गई रकम को वापस करने में सफलता हासिल की है.